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तारापोर स्कूल के खिलाफ भिक्षाटन टला

बकाया फीस को लेकर एग्रिको स्थित तारापोर स्कूल द्वारा बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई रोकने के मामले में जिला शिक्षा अधीक्षक के हस्तक्षेप से फिलहाल विरोध टल गया है। मामले में शिक्षा सत्याग्रह संस्था ने बच्चों के समर्थन में भिक्षाटन आंदोलन का एलान किया था। मामले में अंकित आनंद की ओर से विभाग को लिखित शिकायत की गई थी और सूबे के मुख्यमंत्री शिक्षा मंत्री सहित डीजीपी से स्कूल मैनजमेंट के ़िखलाफ न्याय संगत कार्रवाई का आग्रह किया था।

By JagranEdited By: Published: Fri, 05 Jun 2020 05:10 AM (IST)Updated: Fri, 05 Jun 2020 06:23 AM (IST)
तारापोर स्कूल के खिलाफ भिक्षाटन टला
तारापोर स्कूल के खिलाफ भिक्षाटन टला

जासं, जमशेदपुर : बकाया फीस को लेकर एग्रिको स्थित तारापोर स्कूल द्वारा बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई रोकने के मामले में जिला शिक्षा अधीक्षक के हस्तक्षेप से फिलहाल विरोध टल गया है। मामले में शिक्षा सत्याग्रह संस्था ने बच्चों के समर्थन में भिक्षाटन आंदोलन का एलान किया था। मामले में अंकित आनंद की ओर से विभाग को लिखित शिकायत की गई थी और सूबे के मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री सहित डीजीपी से स्कूल मैनजमेंट के ़िखलाफ न्याय संगत कार्रवाई का आग्रह किया था।

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शिकायत पर संज्ञान लेकर झारखंड पुलिस मुख्यालय ने स्कूल के विरुद्ध कार्रवाई के लिए डीसी और एसएसपी को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था। इधर, मामले में कार्रवाई से पहले स्कूल प्रबंधन को अपना पक्ष रखने के लिए जिला शिक्षा अधीक्षक ने एक अवसर देते हुए गुरुवार को विभागीय कार्यालय में त्रिपक्षीय वार्ता बुलाया। जिला शिक्षा अधीक्षक विनीत कुमार की अध्यक्षता में आयोजित वार्ता में तारापोर स्कूल के चैयरमैन बेली बोधनवाला, शिक्षा सत्याग्रह के प्रतिनिधि अप्पू तिवारी, अंकित आनंद और प्रवीण प्रसाद सहित बच्चों के पिता बतौर अभिभावक शामिल हुए। अभिभावक ने अपनी वित्तीय स्थिति और स्वास्थ्य का हवाला देते हुए कहा कि एकमुश्त फीस भुगतान करना उनके लिए मुमकिन नहीं है। उन्होंने कुछ मोहलत की मांग करते हुए बच्चों की पढ़ाई पुन: प्रारंभ करने का निवेदन किया। तारापोर स्कूल के चैयरमैन बेली बोधनवाला ने कहा कि स्कूल प्रबंधन मोहलत देने को तैयार है लेकिन फीस माफी पर फिलहाल कोई ठोस आश्वासन नहीं दी जा सकती। कहा कि इसपर स्कूल मैनजमेंट की बैठक में विचार किया जा सकता है।

शिक्षा सत्याग्रह की ओर से अंकित आनंद ने कहा कि अभिभावक के आग्रह पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए स्कूल प्रबंधन दरियादिली दिखाये। सभी पक्षों को सुनने के बाद जिला शिक्षा अधीक्षक विनीत कुमार ने अभिभावक को राहत दिया और चार- पांच किश्तों में बकाया फीस चुकाने को कहा। इसके साथ ही स्कूल प्रबंधन के चेयरमैन बेली बोधनवाला को डीएसई ने निर्देशित किया कि अविलंब बच्चों को वाट्सएप ग्रुप से जोड़ते हुए उनकी पढ़ाई शुरू कर दी जाए। जिला शिक्षा अधीक्षक ने अभिभावक को निर्देश दिया कि वे इस आशय में लिखित आवेदन या शपथ पत्र समर्पित करें जिसपर अविलंब इस प्रकरण में उचित आदेश जारी की जा सके। वार्ता की शर्तों पर अभिभावक ने सहमति जताई।


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