स्वर्णरेखा को मिलेगा नया जीवन
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : रांची के पिस्का नगड़ी से निकलने वाली जमशेदपुर की जीवन रेखा कही
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : रांची के पिस्का नगड़ी से निकलने वाली जमशेदपुर की जीवन रेखा कही जाने वाली स्वर्णरेखा को अब नया जीवन मिलेगा। जमशेदपुर अक्षेस (जेएनएसी) के विशेष अधिकारी संजय कुमार के निर्देश पर गुरुवार को अक्षेस की टीम ने नदी की सफाई का अभियान शुरू कर दिया है। जेएनएसी के सिटी मैनेजर शकील अनवर मेंहदी के नेतृत्व में 15 सफाई कर्मियों की टीम ने नदी से काई और गंदगी साफ की।
दैनिक जागरण के 22 मार्च के अंक में स्वर्णरेखा की बदहाली को प्रमुखता से उभारा गया था। इसके बाद जेएनएसी सक्रिय हुआ और जेएनएसी के विशेष अधिकारी संजय कुमार ने सिटी मैनेजर को नदी की सफाई का काम शुरू करने को कहा। इसके बाद गुरुवार को ढ़ाई बजे सिटी मैनेजर 15 सफाई कर्मियों को लेकर दोमुहानी पहुंचे। यहां खरकई और स्वर्णरेखा नदियां एक दूसरे से मिलती हैं। यहां काफी काई जम गई है। काई के चलते यहां नदी का रंग हरा हो गया है। काई जम जाने से नदी में प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया ठप हो जाती है। इससे नदी को प्राकृतिक रूप से साफ करने वाले शैवाल खत्म हो जाते हैं। जेएनएसी के सफाई कर्मियों ने यहां तकरीबन पांच घंटे तक सफाई की। दोमुहानी घाट पर पुरानी पूजा सामग्री भी पड़ी थी। इसे भी साफ किया गया। जेएनएसी के सिटी मैनेजर ने बताया कि ये सफाई अभियान जारी रहेगा।
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सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनने से बदलेगी सूरत
स्वर्णरेखा और खरकई नदियों में शहर से गिर रहे 15 गंदे नाले इस नदी को प्रदूषित कर रहे हैं। जमशेदपुर अक्षेस की तरफ से यहां एक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट प्रस्तावित है। इस प्लांट के बन जाने के बाद नदी में गिरने वाले नालों के पानी से खतरनाक रसायन साफ कर दिए जाएंगे। इससे नदी का प्रदूषण कम होगा। जमशेदपुर अक्षेस के विशेष अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट जल्द ही धरातल पर उतरेगा। इसके लिए कोशिश चल रही है।
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भोजपुर घाट की हुई सफाई
बारीडीह भोजपुर घाट इस बार आदर्श घाट रहेगा। यहां छठ व्रतियों के लिए जमशेदपुर अक्षेस की तरफ से तमाम सहूलियत दी जाएंगी। गुरुवार को जेएनएसी के सफाई कर्मियों ने भोजपुर घाट की सफाई की।