Sushma Swaraj : सऊदी में मुसाबनी और कीताडीह के बधंक बनाए गए लोगों को सुषमा स्वराज ने छुड़ाया था
विदेश मंत्री रहते हुए सुषमा स्वराज ने सऊदी अरब में बंधक बनाए गए मुसाबनी और कीताडीह के युवकों को छुड़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
जमशेदपुर, जांस। पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (Shushma Swaraj) को आज भी झारखंडके पूर्वी सिंहभूम जिले के मुसाबनी अौर कीताडीह को लोग नहीं भूलते। सुषमा स्वराज ने सऊदी अरब में बंधक बनाए गए मुसाबनी और कीताडीह के युवकों को छुड़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
केंद्रीय मंत्री रहते हुए सुषमा स्वराज ने मुसाबनी प्रखंड के वदिया गांव निवासी शेख समीरुद्दीन के पुत्र शेख जावेद अख्तर को बंधक बनाने के बाद कड़ी आपत्ति जताई थी जिसके बाद उनको रिहा किया गया था। इसके अलावा जमशेदपुर के परसुडीह कीताडीह निवासी मोहम्मद समीर खान को वापस लाने में भी सुषमा स्वराज ने केंद्रीय मंत्री रहते हुए अहम भूमिका निभाई थी। समीर खान सऊदी अरब में काम के दौरान ही वह लापता हो गया था, जिसकी तलाश उन्होंने कराया था और उनकी वापसी का प्रयास किया था।
बिष्टुपुर में पासपोर्ट केंद्र बनाने की दी थी मंजूरी
सुषमा स्वराज ने विदेशमंत्री रहते हुए बिष्टुपुर के प्रधान डाकघर में पासपोर्ट केंद्र बनवाने की मंजूरी दी थी। इसे लेकर जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो ने उनसे मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने आश्वासन दिया कि जमशेदपुर से जब इतने लोग पासपोर्ट बनवाने के लिए रांची जाते हैं तो क्यों नही वहां केंद्र खुल सकता है। सुषमा स्वराज ने राज्य में एक पासपोर्ट केंद्र होते हुए भी जमशेदपुर में अलग केंद्र खुलवाया।
अजान सुन रोक दिया था भाषण
इसके अलावा सुषमा स्वराज ने जमशेदपुर के साकची स्थित आमबगान मैदान में चुनावी सभा को सम्बोधित की थी। उनके दिल में दूसरे समुदाय के लिए भी कितना सम्मान था यह साकची आमबगान मैदान में दिखा था। जब वे सभा को संबोधित कर रही थी तब अचानक से मस्जिद से अजान होने लगा। अजान होने तक अपने भाषण को बंद रखी थी। अजान के बाद भाषण देकर वे यहां से लौट गई थी।
चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के आरोप में चांडिल में हुआ था केस दर्ज
इसके अलावा सुषमा स्वराज ने सरायकेला - खरसावां जिला के अंतर्गत चांडिल में 2009 में पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के साथ सभा को संबोधित किया था। इसके अलावा चाईबासा में भी दो बार चुनावी सभा की थी। चांडिल में सभा के पहले सुषमा स्वराज ने चांडिल में रथ यात्रा भी निकाली थी। इसके बाद जिला प्रशासन ने चांडिल थाना में सुषमा स्वराज, अर्जुन मुंडा और अन्य लोगों पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया था।
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