Jharkhand Technology : आइएसईएफ में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करेगा डीबीएमएस का सुभिज्ञा Jamshedpur News
करीब 100 फाइनलिस्ट का चयन देश के शीर्ष वैज्ञानिकों ने किया। इसमें सुभिज्ञा के प्रोजेक्ट को भी चयनित किया गया है।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। एक बार फिर शहर की युवा प्रतिभा ने अपने इंटेलिजेंस की धाक जमाई है। कदमा स्थित डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल का सुभिज्ञा प्रियांश अमेरिका में होनेवाले इंटरनेशनल साइंस एंड इंजीनियरिंग फेयर (आइएसईएफ) में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करेगा।
प्रत्येक वर्ष युवा छात्रों द्वारा कुल 17 विषयों में तैयार किए जानेवाले शोध आधारित प्रोजेक्ट्स का अवलोकन किया जाता है। इसका अवलोकन विशेष रूप से गठित ज्यूरी करती है जिसमें वैज्ञानिक व विशेषज्ञ होते हैं। इसके बाद सभी प्रविष्टियों को वार्षिक राष्ट्रीय (आइआरआइएस) मेले में प्रदर्शित किया जाता है।
आइआरआइएस 2019-20 में किया गया चयन
डीबीएमएस में नौवीं के छात्र सुभिज्ञा प्रियांश आइआरआइएस 2019-20 में ने प्रतिभाग किया था। उसका प्रोजेक्ट एनहांस लॉसलेस डेटा कंप्रेसन यूजिंग लॉजिस्टिक कंटेक्स्ट मिक्सिंग एंड प्रिडिक्टिव एनालिसिस पर आधारित था। यह कंप्यूटर साइंस विषय से संबंधित प्रोजेक्ट था। सुभिज्ञा के प्रोजेक्ट का चयन आइआरआइएस नेशनल फेयर 2019 के फाइनल में किया गया।
बेंगलूर नेशनल फेयर के 100 फाइनलिस्ट में हुआ चयन
आइआरआइएस नेशनल फेयर 2019-20 का आयोजन बेंगलूर में विगत 22 से 24 जनवरी तक किया गया। करीब 100 फाइनलिस्ट का चयन देश के शीर्ष वैज्ञानिकों ने किया। इसमें सुभिज्ञा के प्रोजेक्ट को चयनित किया गया है। अब सुभिज्ञा अमेरिका में होनेवाले इंटरनेशनल साइंस एंड इंजीनियरिंग फेयर में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करेगा।
क्या है आइआरआइएस
इनीशिएटिव फोर रिसर्च एंड इनोवेशन इन स्टेम (आइआरआइएस) नेशनल फेयर भारतीय इनोवेटर्स में विज्ञान व वैज्ञानिक शोधों को भारतीय युवाओं में बढ़ावा देने व पोषित करने का काम करता है। यह प्रतियोगिता के विजेताओं को एक ऐसा प्लेटफार्म उपलब्ध कराता है जो इंटरनेशनल साइंस एंड इंजीनियरिंग फेयर (आइएसईएफ) में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
आइएसईएफ को दुनिया का सबसे बड़ा इंटरनेशनल प्री कॉलेज विज्ञान प्रतियोगिता के रूप में जाना जाता है। इसका आयोजन हर साल अमेरिका में किया जाता है।