शंकोसाई में लगेगी ओत गुरु कोल लाको बोदरा की आदमकद प्रतिमा
: मानगो के शकोसाई रोड नंबर पांच में आदिवासी हो भाषा वाराग क्षिति लिपि के जनक ओत गुरु कोल लाको बोदरा की आदमकद प्रतिमा की स्थापना को लेकर भूमिपूजन किया गया।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : मानगो के शकोसाई रोड नंबर पांच में आदिवासी हो भाषा वाराग क्षिति लिपि के जनक ओत गुरु कोल लाको बोदरा की आदमकद प्रतिमा लगाया जाएगा। आदिवासी हो समाज युवा महासभा के तत्वावधान में प्रतिमा स्थापना के लिए आदिवासी परंपरा से भूमि पूजन किया गया। ग्रामीण मुंडा सह जमीनदाता गोमया सुंडी की अध्यक्षता में दिउरी, पुजारी प्रकाश सुंडी ने प्रतिमा लगाने के लिए भूमि पूजन किया। मौके पर आदिवासी हो समाज युवा महासभा के जिलाध्यक्ष सुरा बिरुली ने कहा कि भाषा व लिपि का प्रचार प्रसार करना युवाओं की जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि पूर्वी सिंहभूम जिला में ओत गुरु कोल लाको बोदरा का यह तीसरी आदमकद प्रतिमा होगी। मालूम हो कि डुमरिया के स्वर्गछिड़ा और बिरसा स्पोर्टिग क्लब सीतारामडेरा में आदमकद प्रतिमा स्थापित है। इसके साथ ही ट्राइबल कल्चरल सेंटर सोनारी में टाटा स्टील द्वारा लाको बोदरा की प्रतिमा स्थापित की गई है। ट्राइबल कल्चरल सेंटर को छोड़कर अन्य स्थानों पर स्थापित लाको बोदरा की प्रतिमा का खर्च हो समाज के सदस्यों ने मिलकर उठाया है। समाज के हर तबके के लोगों के सहयोग से यहां प्रतिमा स्थापित की जा रही है। 32वें पुण्य तिथि 29 जून को लाको बोदरा की प्रतिमा का अनावरण होगा। भूमि पूजन कार्यक्रम में गोमिया सुंडी, राजेश देवगम, संदीप सुंडी, दुर्गाचरण बारी, इंद्रा सुंडी, विरंग सुंडी, सुनील बारी, बसंत मुंडा, विजय सोय, राजेश काडेयाग, रायसिंह बिरूवा, कोलय सुंडी, नातो कुंकल, दीपक सुंडी, रीना सुंडी आदि शामिल हुए। मालूम हो कि सरायकेला के बड़बिल गांव में भी एक प्रतिमा है, वहां विधायक चंपई सोरेन की निधि से प्रतिमा का निर्माण किया गया है। ओत गुरु कोल लाको बोदरा का जन्म स्थल खूंटपानी प्रखंड के पापिया गांव में टाटा स्टील द्वारा प्रतिमा की स्थापना की गई है।