धतकीडीह में झड़प हो रही है, तुरंत पहुंचे..साहब-सब ठीक हो गया
शहर में निर्धारित मार्गो पर रामनवमी झंडा जुलूस निकल पड़े हैं। शाम 6 बजकर 35 मिनट हो रहे हैं। साकची पुलिस थाना स्थित सीसीआर में स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में लगी एलइडी की बड़ी स्क्रीन पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। इनमें शहर भर से 155 सीसीटीवी कैमरों से गतिविधियों का जीवंत प्रसारण हो रहा है। जिला व पुलिस प्रशासन के सामने यह चुनौती कि बिना किसी अप्रिय घटना के झंडा जुलूस शांतिपूर्वक संपन्न कराना है।
रोहित कुमार, जमशेदपुर : शहर में निर्धारित मार्गो पर रामनवमी झंडा जुलूस निकल पड़े हैं। शाम 6 बजकर 35 मिनट हो रहे हैं। साकची पुलिस थाना स्थित सीसीआर में स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में लगी एलइडी की बड़ी स्क्रीन पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। इनमें शहर भर से 155 सीसीटीवी कैमरों से गतिविधियों का जीवंत प्रसारण हो रहा है। जिला व पुलिस प्रशासन के सामने यह चुनौती कि बिना किसी अप्रिय घटना के झंडा जुलूस शांतिपूर्वक संपन्न कराना है। तभी एसएसपी अनूप बिरथरे, उपायुक्त अमित कुमार और एडीएम सुबोध कुमार एक साथ पहुंचते हैं और सीधे सीसीआर के कंट्रोल रूम में प्रवेश करते हैं। यहां एलइडी स्क्रीन पर शहर भर के 155 कैमरों की माध्यम से एक-एक गतिविधि जीवंत देखी जा रही है। उपायुक्त और एसएसपी भी स्क्रीन पर पैनी नजर रखते हुए विचार-विमर्श कर रहे हैं। करीब 7 बजकर 20 मिनट में डीएसपी सीसीआर का मोबाइल बजता है जिसमें किसी ने जानकारी दी की धतकीडीह में झंडा जुलूस में झड़प हुई है। डीएसपी सीसीआर ने तुरत एसएसपी को यह सूचना दी। एसएसपी ने तत्काल घटना स्थल के पास मौजूद क्यूआरटी की टीम को मोर्चा संभालने को कहा। 15 मिनट में ही सब कुछ ठीक कर लिया गया। यह नजारा रहा सीसीआर स्थित नियंत्रण कक्ष का जहां से पूरे शहर पर उपायुक्त व एसएसपी सहित वरीय पदाधिकारी नजर रखे रहे और लगातार संबंधित टीम को निर्देश देते रहे। उपायुक्त, एसएपी और एडीएम जुलूस खत्म होने तक सीसीआर में ही रुके रहे। सबकुछ ठीकठाक निपटने के बाद ही राहत की सांस ली।
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सिटी एसपी की गाड़ी लगते ही सेकेंडों में लाइनअप हुए जवान
समय 4 बजकर 15 मिनट, स्थान साकची थाना परिसर स्थित सीसीआर भवन। परिसर में सिटी एसपी प्रभात कुमार की गाड़ी लगते ही जवानों में अफरा-तफरी मच गई। जो जिस स्थिति में था उसी हालत में दौड़ता हुआ सीसीआर परिसर के बाहर पहुंचा। दरअसल यह त्वरित कार्रवाई रामनवमी के जुलूस में जवानों को सिविल ड्रेस में भेजने की थी। जवानों के लाइन में लगते ही एक लिस्ट तैयार की गई। सभी जवानों को सीसीआर डीएसपी सुधीर कुमार ने हिदायत दी कि जिस जवान का नाम पुकारा जाए वह एक पंक्ति के पीछे खड़ा होता जाए। एक पंक्ति में नौ लोग ही खड़े हो। एक-एक कर सभी का नाम पुकारा गया। एक पंक्ति में नौ लोग होने पर दूसरी पंक्ति बनाई गई। नाम पुकारे जाने तक जवान भागते भागते आते गए। कुछ जवानों के छुट्टी पर होने के कारण जवानों की संख्या कुछ कम हो गई। इसपर नौ की जगह सात पंक्तियां बनाई गई जिसमें 56 जवान शामिल थे। थोड़ी देर बाद डीएसपी सीसीआर के केबिन में बैठे सिटी एसपी प्रभात कुमार भी बाहर आए। सिटी एसपी ने कहा- सभी जवानों को आज यह भूलना होगा की वह पुलिस में काम करते है। आज सभी को आम आदमी की तरह रहना होगा पर याद रहे कि सभी पुलिस का काम कर रहे हैं। संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखनी होगी। सिटी एसपी ने इन सात टीमों में पहली टीम को सोनारी के लिए भेजा, दूसरी टीम सागर होटल की ओर गई। तीसरी को जेएनएसी कार्यालय के बाहर लगाया गया। इसी तरह चौथी बसंत सिनेमा, पांचवी आई अस्पताल, छठी बंगाल क्लब और सांतवी को पुराने कोर्ट के पास भेजा गया। आदेश के साथ ही वज्र वाहन स्टार्ट हो गया। सायरन बजाते हुए वज्र वाहन के बाहर निकलते ही जवान बैठे और वाहन रवाना हो गया। सिटी एसपी भी अपने वाहन से शहर की ओर रवाना हो गए। थोड़ी देर बाद एसएसपी अनूप बिरथरे भी पहुंचे और दस मिनट रहने के बाद रवाना हो गए।
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56 जगहों पर सिविल ड्रेस में तैनात रहे जवान
शहर में रावनवमी के मौके पर निकले अखाड़ो पर जिला प्रशासन ने शहर भर में मौजूद 155 सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी गई। साथ ही विधि व्यवस्था पर नजर बनाए रखने के लिए 56 जवानों को शहर के विभिन्न स्थलों पर सिविल ड्रेस में खड़ा किया गया था।