पीएचडी घोटाले से निबटने के बाद केयू में बदला शैक्षणिक माहौल : डॉ. माहांती Jamshedpur News
डॉ. शुक्ला माहांती ने कुलपति का प्रभार सौंपने के बाद गुरुवार को ही उन्होंने जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज के प्रिंसिपल के रूप में अपना पदभार ग्रहण कर लिया।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। कोल्हान विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति प्रोफेसर डॉ. शुक्ला माहांती ने कुलपति का प्रभार सौंपने के बाद गुरुवार को ही उन्होंने जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज के ¨प्रसिपल के रूप में अपना पदभार ग्रहण कर लिया।
पदभार ग्रहण करने के बाद डॉ. माहांती का स्वागत वहां उपस्थित शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने किया। डॉ. माहांती ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि उनका कुलपति का कार्यकाल पूरी तरह शैक्षणिक माहौल को बदलने के लिए समर्पित रहा। इसमें वे कामयाब भी हुई। कक्षाओं में छात्रों की संख्या बढ़ी तथा शिक्षकों ने भी पठन-पाठन में दिलचस्पी दिखानी प्रारंभ कहा। कहा कि उन्हें विरासत में पीएचडी घोटाला मिला था। इससे निबटने में उन्हें 6 से 8 माह लग गए। उसके बाद ही वे विश्वविद्यालय की अन्य समस्याओं पर ध्यान दे पाईं।
उनका पहला लक्ष्य था कॉलेज में छात्रों का लाना। इसमें वे कामयाब हुई। कहा, कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय सेमिनारों का आयोजन किया गया। एक चीज का अफसोस रहा कि वे विश्वविद्यालय का चौथा दीक्षा समारोह नहीं करवा पाईं। सीमित संसाधनों में जो कुछ किया, वह मेरे लिए एक उपलब्धि ही है। उन्होंने नए कुलपति को हर संभव सहयोग करने का आश्वासन दिया।
जानकर दुख लगा कि छात्राओं को नहीं मिली डिग्री
वीमेंस कॉलेज के प्रिसिपल के रूप में प्रोफेसर डॉ. शुक्ला माहांती ने कहा कि उन्हें यह जानकार काफी दुख लगा कि यहां की छात्राओं को पिछले तीन साल से किसी भी तरह की डिग्री नहीं मिली, जो उनके समय में लगभग अपडेट था। इसके अलावा यहां के शैक्षणिक माहौल को फिर से पटरी पर लाने की जरूरत है।