21 दिनों तक क्वारंटाइन में रखकर छोड़ दिया बस स्टैंड में श्रमिकों को Jamshedpur News
पैदल चलते हुए मंगलवार की रात टाटानगर पहुंचे तो पुलिस ने यहां इन तीनों को पकड़ लिया और सुबह टाटानगर स्टेशन लाकर छोड़ दिया।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। धनबाद के श्रमिकों राकेश महतो, माथुर बाउरी व साहसे को ओडिशा में 21 दिन के क्वांरटाइन में रखने के बाद बस स्टैंड में 23 मई को छोड़कर चले गए। ये तीनों मजदूर भटकते हुए किसी तरह ट्रक व पैदल चल कर बहरागोड़ा पहुंचे।
वहां से पैदल चलते हुए मंगलवार की रात टाटानगर पहुंचे तो पुलिस ने यहां इन तीनों को पकड़ लिया और सुबह टाटानगर स्टेशन लाकर छोड़ दिया। क्योंकि यहीं से बस धनबाद के लिए जाएगी। इतना ही नहीं बोकारो के भी तीन युवकों को पुलिस ने रात में टाटानगर में फटकते हुए पकड़ा। सुरेश सहित तीनों युवक छतीसगढ़ से टाटानगर पैदल ही निकले थे। रास्ते में ट्रक में बैठकर आधी दूरी तक तय कर ली, लेकिन फिर पैदल ही चलते चलते टाटानगर पहुंच गए।
कुछ देर के बाद 70 से ज्यादा श्रमिक टाटानगर स्टेशन पैदल चलते हुए पहुंचे। यह सभी झारखंड के विभिन्न जिलों के निवासी है। यह सब ट्रेन से किसी ने किसी राज्य में उतरे थे। वहां से ट्रकों में सवार होकर टाटानगर पहुंचे थे। क्योंकि इन्हें बताया गया था कि टाटानगर स्टेशन से ही बस उनलोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाएगी। यह सभी मजदूर छत्तीसगढ़, बंगाल, राजस्थान, गुजरात में काम करते थे। सभी की गिनती कर उनके जिले का नाम पूछकर गंतव्य की ओर जाने वाली बस में बैठाया गया।
आशियाना गार्डेन में सफाईकर्मियों को पिलाई गई दवा
कोरोना से बचाव के लिए सोनारी स्थित आशियाना गार्डेन में काम करने वाले सफाईकर्मियों को होम्योपैथिक दवा (आर्सेनिक एएलबी30) की पहली खुराक दी गई। सोसाइटी के अध्यक्ष सुरेश सोंथालिया, संयुक्त सचिव अशोक बिहानी, कोषाध्यक्ष रमाकांत गुप्ता, सहायक सचिव अनिल गोगना आदि ने कालोनी में कार्यरत सुरक्षाकर्मियों समेत अन्य सेवा देने वालों को दवा पिलाई।