Move to Jagran APP

पुलिस देख गिरफ्तारी से बचने को युवक टेल्को के सीटू तालाब में कूदा, मौत

लॉकडाउन उल्लघंन को लेकर पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। सोमवार शाम पुलिस को देख गिरफ्तारी से बचने को युवक विक्की महतो ने टेल्को सीटू तालाब में छलांग लगा दी। उसके दो साथी आशिक और दिनेश कुमार वहां से भाग निकले।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Apr 2020 09:27 AM (IST)Updated: Tue, 07 Apr 2020 09:27 AM (IST)
पुलिस देख गिरफ्तारी से बचने को युवक टेल्को के सीटू तालाब में  कूदा, मौत
पुलिस देख गिरफ्तारी से बचने को युवक टेल्को के सीटू तालाब में कूदा, मौत

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : लॉकडाउन उल्लघंन को लेकर पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। सोमवार शाम पुलिस को देख गिरफ्तारी से बचने को युवक विक्की महतो ने टेल्को सीटू तालाब में छलांग लगा दी। उसके दो साथी आशिक और दिनेश कुमार वहां से भाग निकले। बिरसानगर जोन नंबर पांच में जाकर युवक के परिजनों और बस्ती के लोगों को जानकारी दी। सैंकड़ों की संख्या में बस्ती के घटनास्थल पर एकत्र हो गए। वहीं बिरसानगर और टेल्को थाना प्रभारी मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे। युवक का शव देर शाम 8.18 में तालाब से निकाला गया।

loksabha election banner

पुत्र के शव को देख मां बिलखती रही। यह देख लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा था। घटना शाम साढ़े पांच बजे की है। विक्की टेंट हाउस में लाइटिंग का काम करता था। उसके पिता नहीं है। युवक की मौत के लिए लोग पुलिस को दोषी ठहराते रहे। मृतक के दो साथियों ने तीन पुलिसकर्मी को दिखाते हुए कहा कि इन्हीं पुलिसकर्मियों ने दौड़ाया जिसके कारण घटना घटित हुई। आशिक और दिनेश ने बताया कि वह दोनों और विक्की महतो तालाब के पास बैठे हुए थे। इस बीच तीन-चार पुलिसकर्मियों को सामने से आते देखा। उन सभी को देख पुलिसकर्मियों ने दौड़ाना शुरू कर दिया। गिरफ्तारी से बचने को सभी इधर-उधर भागने लगे। इस दौरान विक्की महतो तालाब की पानी में कूद गया और डूबने लगा। वह भी कूद गया और सुरक्षित भाग निकला। आरोप लगाया कि डूबते देखे जाने के बाद भी पुलिसकर्मी डंडा दिखाते रहे। दिनेश के साथ वह बस्ती पहुंचा। तीनों पुलिसकर्मी बिरसानगर थाना के हैं। सिटी एसपी पहुंचे तो भीड़ ने कहने लगी दोषी पुलिसकर्मियों को करे उनके हवाले

जासं, जमशेदपुर : तालाब से विक्की का शव बरामद होने के बाद सिटी एसपी सुभाष कुमार जाट मौके पर पहुंचे। भीड़ से बातचीत करनी शुरू की। मांग को लेकर जानना चाहा तो भीड़ ने कहने लगी कि जिन तीन पुलिसकर्मियों ने युवक को दौड़ाया और घटना हुई। पुलिसकर्मियों को उन्हें सौंप दिया जाए। वे लोग सजा देंगे। माहौल को देखते हुए वहां महिला पुलिसकर्मियों की भी तैनाती कर दी गई। एसपी से बस्ती के लोगों की बातचीत होती रही। माहौल बनता बिगता रहा। सिटी एसपी हर संभव मदद का आशवासन लोगों को देते रहे।

मां ने कहा बेटा गया, बेटा चाहिए

पुत्र के शव को देख बिलख रही उसकी मां यह कहती रही कि बेटा ही उसे खिलाता था। बेटा गया है उसे बेटा ही चाहिए। यह कहते हुए वह छाती पीटकर रोती रही। यह देख लोगों का आक्रोश बढ़ जा रहा था।

सीटू तालाब के पास शाम को होती अड्डाबाजी

सीटू तालाब के पास शाम को युवकों की बैठकी लगती है। अड्डाबाजी होती है। वहां बाहरी लोगों का आना-जाना लगा रहता है। पुलिस की गश्ती होती है। तालाब से सटे ही कंपनी की कालोनी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.