नियमित ट्रेनों को स्पेशल में बदल कर यात्रियों की जेब काट रहा रेलवे
नियमित ट्रेनों की रैक पर ही तो दौड़ाई जा रही है स्पेशल ट्रेन स्पेशल ट्रेनों में किराए के इजाफा से यात्रियों में आक्रोश
गुरदीप राज, जमशेदपुर : लॉकडाउन के दौरान प्रभावित हुआ रेल यातायात फिर से स्पेशल व पूजा स्पेशल के नाम पर पटरी पर लौटने लगा है। रेलवे ने पहले स्पेशल ट्रेनों का परिचालन शुरू किया, यात्रियों की संख्या में इजाफा को देखते हुए रेलवे ने पूजा स्पेशल का परिचालन शुरू कर दिया। यात्रियों की संख्या में लगातार इजाफा होने के कारण टिकटों की बुकिग वेटिग चल रही है। इसको देखते हुए रेलवे ने पूजा स्पेशल व स्पेशल ट्रेनों की संख्या में और इजाफा करने का निर्णय लिया है, लेकिन नियमित ट्रेनों के परिचालन पर रेलवे विचार भी नहीं कर रही है। ट्रेनों का परिचालन बंद होने से रेलवे को हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए यात्रियों के जेब पर भार डालने में रेलवे ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। यही वजह है कि नियमित ट्रेन राजधानी, पुरुषोत्तम, मेल, स्टील एक्सप्रेस का परिचालन करने की बजाए। उन ट्रेनों के रैक पर ही स्पेशल व पूजा स्पेशल के नाम पर ट्रेनों को पटरियों पर दौड़ाया जा रहा है। नियमित व स्पेशल ट्रेनों में सिर्फ शून्य का ही अंतर है। पुराने ट्रेन नंबरों के आगे रेलवे ने सिर्फ शून्य लगा कर उसे स्पेशल बना दिया है और किराए में करीब 20-30 फीसद का इजाफा कर दिया है। टाटा से हावड़ा जाने वाली पूजा स्पेशल के चेयर कार (इसी) का किराया पहले 1060 रुपये था उसे बढ़ाकर 1375 रुपये कर दिया गया है। इसी तरह पूजा स्पेशल के नाम पर किराए में इजाफा किया गया है। चक्रधरपुर मंडल के सीनियर डीसीएम मनीष कुमार पाठक ने बताया कि यूटीएस टिकट को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। सिर्फ रिजर्वेशन चार्ज ही अतिरिक्त टिकटों पर जोड़ा जा रहा है। किराए में बढ़ोतरी का कोई अधिसूचना मंडल को नहीं है। अगर फिर भी तीन सौ रुपयों से ज्यादा का टिकटों में इजाफा हुआ है तो पुराना व नए किराए को देखने के बाद ही वे कुछ कहा जा सकता है। -------- वहीं स्टेशन, वही मार्ग, वही रैक फिर किराया क्यों ज्यादा साकची से आदित्य कुमार ने बताया कि नियमित ट्रेनों का परिचालन बंद कर उसी मार्ग पर व नियमित ट्रेनों के रैक पर ही स्पेशल व पूजा स्पेशल के नाम पर रेलवे ट्रेनों का परिचालन कर रही है। नियमित ट्रेनों का जिन जिन स्टेशनों में स्टापेज था, जो समय सारिणी थी। सब कुछ वही है लेकिन किराया बढ़ गया। रेलवे के इस मनमानी के कारण यात्रियों की जेब कट रही है। यात्रियों का कहना है कि जब रेलवे स्पेशल व पूजा स्पेशल ट्रेनों का परिचालन कर सकती है तो नियमित ट्रेनों का परिचालन क्यों नहीं कर सकती है। जब नियमित ट्रेनों का परिचालन रेलवे कर सकती है तो स्पेशल व पूजा स्पेशल की क्या जरुरत है। इन ट्रेनों के किराया एक नजर में टाटा-हावड़ा स्पेशल क्लास पहले (स्टीलएक्स.) अब चेयर कार (इसी) 1060 रुपये 1375 रुपये एसी चेयर कार (सीसी) 445 रुपये 555 रुपये सेकेंड सीटिग (टूएस) 125 रुपये 135 रुपये -------- टाटा-अहमदाबाद एक्सप्रेस क्लास पहले अब सेकेंड एसी : 2,780 रुपये 2805 रुपये थर्ड एसी : 1930 रुपये 1945 रुपये स्लीपर : 740 रुपये 745 रुपये ----------- टाटा-यशवंतपुर साप्ताहिक क्लास पहले अब सेकेंड एसी 2860 रुपये 3280 रुपये थर्ड एसी 1980 रुपये 2350 रुपये स्लीपर : 760 रुपये 935 रुपये