मंत्री जोबा मांझी का बेटा उदय लड़ेगा केयू सिंडिकेट का चुनाव Jamshedpur News
कोल्हान विश्वविद्यालय में सिंडिकेट व सीनेट सदस्यों के चुनाव को ले जेसीएम ने कसी कमर केंद्रीय कमेटी के निर्देश पर प्रत्येक जिले से तय किए जा रहे चुनाव लडऩे वाले छात्रों के नाम।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। रांची विश्वविद्यालय के बाद कोल्हान विश्वविद्यालय में भी सिंडिकेट व सीनेट चुनाव की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। प्रत्याशिता के लिए छात्र प्रतिनिधियों के चयन व मनोनयन को ले छात्र संगठनों में विचार मंथन प्रारंभ हो गया है।
झारखंड छात्र मोर्चा (जेसीएम) ने भी इसके लिए कमर कस ली है और कोल्हान प्रमंडल में इसे लेकर लगातार दो-तीन कॉलेज मिलाकर बैठकों का आयोजन किया जा रहा है। इसमें सिंडिकेट व सीनेट का चुनाव लडऩे को इच्छुक छात्र-छात्राओं के नाम सर्वसम्मति से तय किए जा रहे हैं। इस कड़ी में पश्चिम सिंहभूम से सिंडिकेट सदस्य प्रत्याशी के रूप में मंत्री जोबा मांझी के बेटे उदय मांझी का नाम चयनित हुआ है।
पश्चिम सिंडिकेट जिला से सीनेट सदस्य के रूप में उदय मुर्मू व मंजू हांसदा का नाम चयन किया गया है। सरायकेला खरसावां जिला से सीनेट सदस्य के रूप में सुदामा हेंब्रम, राकेश सतपती का नाम चयन कर उन्हें तैयार रहने को कहा गया है। यह सारा कार्य मोर्चा की केंद्रीय कमेटी के निर्देशानुसार किया जा रहा है।
पूर्वी सिंहभूम से हुआ खुशबु का चयन
पूर्वी सिंहभूम से भी जेसीएम ने छात्रों की चयन की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी। इसे लेकर गोलमुरी में जेसीएम की बैठक जिलाध्यक्ष कृष्णा कुमार कामत की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इसमें सीनेट की प्रत्याशिता के लिए सदस्यों के नाम पर विचार-विमर्श किया गया इसमें खूशबू लामा का नाम सर्वसम्मति से चयनित किया गया। एबीएम कॉलेज एवं ग्रेजुएट कॉलेज के संगठन के विस्तार करने पर चर्चा की गई। बैठक में जेसीएम के कोल्हान अध्यक्ष अरुण मुर्मू, कोल्हान सचिव पप्पू यादव, कोल्हान कोषाध्यक्ष रजनी दास, कोल्हान सहसचिव रणधीर कुमार, एबीएम कॉलेज के बिपिन शुक्ला, मनीष, सोनू, सोनी ङ्क्षसह, शमा परवीन सहित कई छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
इस बार नहीं मारने देंगे छात्रों का हक : अरुण
जेसीएम के कोल्हान प्रमंडल अध्यक्ष अरुण मुर्मू ने कहा कि इस बार विश्वविद्यालय के सिंडिकेट व सीनेट सदस्यों के चुनाव में छात्रों का हक मारने नहीं देंगे। उन्होंने दावा किया कि सिंडिकेट व सीनेट में 11-11 छात्रों का चयन होना है। इससे पहले विश्वविद्यालय ने यह बातें छुपा कर रखी है। बस सिंडिकेट में एक व सीनेट में एक-एक सीट का लॉलीपॉप देकर छात्रों को चुप कराया जाता रहा, लेकिन इस बार यह नहीं चलेगा। इस बार इन पदों पर छात्रों का चयन होगा, किसी शिक्षक का नहीं।