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कोई बेचता था अखबार तो किसी ने आम कर्मचारी की तरह किया है काम, तब जाकर बने हैं अरबपति

रतन टाटा एलेन मस्क जोफ बेजोस और वारेन बफेट ये सभी दुनिया के अरबपतियों में शुमार हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि इन अरबपतियों ने कभी आम इंसान की तरह ही काम किया था। किसी ने अखबार बेचा तो किसी ने नौकरी तक की।

By Jitendra SinghEdited By: Published: Wed, 14 Jul 2021 06:00 AM (IST)Updated: Wed, 14 Jul 2021 08:53 AM (IST)
कोई बेचता था अखबार तो किसी ने आम कर्मचारी की तरह किया है काम, तब जाकर बने हैं अरबपति
कोई बेचता था अखबार तो किसी ने आम कर्मचारी की तरह किया है काम, तब जाकर बने हैं अरबपति

जमशेदपुर : हर किसी को चाहत होती है कि वो रातों-रात अमीर बन जाए। वे मार्क जुकरबर्ग या वॉरेन बफेट की तरह अरबपति हो। उनकी जितना पैसा और आरामदायक जिंदगी हो। लेकिन बहुत कम लोगों को ही मालूम होगा कि दुनिया के बड़े-बड़े अरबपति भी अपनी जीवन की शुरूआत मामूली नौकरी से की है। इसमें कोई अरबपति अखबार बेचता था तो कोई किसी होटल में वेटर की नौकरी करता था। कुछ तो ऐसे भी हैं जो आज बड़े समूह के मालिक हैं लेकिन अपनी जिंदगी की शुरूआत एक मामूली मजदूर के रूप में की है। क्योंकि बिना संघर्ष के कोई भी आसमान की बुलंदियों पर नहीं पहुंचा और सफलता का कोई शार्टकट नहीं है। तो आइए हम बताते हैं कि दुनिया के वैसे अरबपति जिन्होंने अपनी शुरूआत मामूली नौकरी से की।

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रतन टाटा

टाटा समूह के अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा के पिता भले ही चेयरमैन रहे हो लेकिन रतन टाटा ने अपने जीवन की शुरूआत मामूली कर्मचारी के रूप में की। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद रतन टाटा ने वर्ष 1961 में जमशेदपुर स्थित टाटा स्टील में तीन वर्षो तक शॉप फ्लोर पर बतौर कर्मचारी काम करते हुए प्रशिक्षण लिया। इसके बाद उन्होंने दो वर्षो तक टाटा मोटर्स में भी काम करने का अनुभव प्राप्त किया।

एलन मस्क

अमेरिका के दिग्गज इलेक्ट्रिक कार निर्माता और स्पेस एक्स के चीफ एक्जीक्यूटिव एलन मस्क को कौन नहीं जानता। लेकिन शायद कम लोगों को ही पता होगा कि एलन ने अपने शुरूआती दौर में सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे जो कम्प्यूटर में बच्चों के लिए वीडियो गेम बनाकर बेचते थे। वर्ष 1983 में उनकी मासिक आमदनी 37 हजार रुपये थी। दक्षिण अफ्रीका में पले-बढ़े एलन ने 17 साल की उम्र में कनाड़ा आ गए थे। जहां उन्होंने सॉफ्टवेयर इंजीनियरन के रूप में अपनी पहली नौकरी की थी।

जेफ बेजोस

 

अमेजन के संस्थापक और दुनिया के दूसरे सबसे अमीर इंसान जेफ बेजोस ने अपनी पहली नौकरी मेक्डोनाल्ड में की। 16 वर्ष की उम्र में उन्होंने मेक्डोनाल्ड के किचन में काफी दिनों तक काम किया। उन्हें प्रति घंटे 200 रुपये वेतन मिलता था।

वॉरेन बफेट

दुनिया में सबसे बड़े निवेशकों में से एक वॉरेन बफेट ने अपनी कमाई का 70 प्रतिशत मानव सेवा के लिए दान कर दिया। लेकिन आप जानते हैं कि वॉरेन ने अपने जीवन की शुरूआत अखबार डिलीवरी से शुरू की थी। बर्कशायर हैथवे के मालिक वॉरेन ने वॉशिंगटन पोस्ट के लिए अखबारों की डिलीवरी करते थे। इसके लिए उन्हें 13 हजार रुपये प्रतिमाह मिलता था।

मार्क जुकरबर्ग

फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग का पहला काम सिनेप्स नामक कंपनी में म्युजिक प्लेयर बनाना था। जो सुनने वालों के गानों को स्टोर कर लेता था। उस समय उनकी उम्र मात्र 18 वर्ष थी। लेकिन आज दुनिया भर के लोगों को एक-दूसरे से जुड़ने और अपनी बातों को शेयर करना उन्होंने कितना आसान बना दिया है।

स्टीव जॉब्स

एप्पल कंपनी संस्थापक स्टीव जॉब्स ने अपने जीवन की शुरूआत एक छोटे से गैराज से शुरू की थी जो उनका रिसर्च लैब की तरह था। वे अपने शुरूआती दौर में अटारी कंपनी के लिए वीडियो गेम बनाते थे। लेकिन आज उनका ब्रांड दुनिया का सबसे मूल्यवान ब्रांड में से एक है।

बिल गेट्स

 

माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के मालिक बिल गेट्स की गिनती दुनिया के अमीर व्यक्तियों में शुमार है। लेकिन बिल गेट्स ने अपने जीवन की शुरूआरत टीआरडब्ल्यू कंपनी के लिए कम्प्यूटर प्रोग्राम के रूप में किया। हाई स्कूल में पढ़ाई के दौरान मात्र 15 वर्ष की उम्र में उन्होंने अपना यह काम शुरू किया और फिर संघर्ष करते हुए अपनी खुद की कंपनी स्थापित की।


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