कंपनियों में ठेका मजदूरों के लिए भी बनेगी सामाजिक सुरक्षा योजना
टाटा मोटर्स में ठेका मजदूरों के लिए सामाजिक सुरक्षा योजना पर पहल हुई है। यूनियन की पहल को प्रबंधन ने गंभीरता से लिया है।
जमशेदपुर [अरविंद श्रीवास्तव]। कंपनियों की उत्पादन-उत्पादकता में अहम भूमिका निभाने वाले ठेका मजदूरों और उनके परिजनों की चिंता करने वाला कोई नहीं है। हालांकि, सरकारी स्तर पर बहुत सी योजनाएं बनी हैं, लेकिन धरातल पर कुछ नहीं दिखाई देतीं। आए दिन विभिन्न कंपनियों में ठेका मजदूरों का घायल होना या फिर काम के दौरान उनकी मौत होना आम बात बात हो गई है। इनकी सामाजिक सुरक्षा पर कोई गंभीर नहीं है? मजदूरों की मौत के बाद उसके परिजनों का क्या होगा, कैसे उसके बच्चे पढ़ -लिख सकेंगे। इन सभी बातों को टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन ने गंभीरता से उठाया है।
बीते दिनों कंपनी का एक ठेका कर्मी घायल हुआ था। उसकी मौत इलाज के दौरान हो गई। इस मामले को यूनियन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते व महामंत्री आरके सिंह ने टाटा मोटर्स के प्लांट हेड संपत कुमार के सामने उठाया। नेताओं का कहना था कि स्थायी या अस्थायी कर्मियों की भांति ठेका मजदूर भी हमारे अपने हैं। कंपनी का लक्ष्य प्राप्त करने में उनकी भी अहम भूमिका है। स्थायी कर्मियों की तरह उन्हें भी सामाजिक सुरक्षा मिलनी चाहिए। इस पर प्लांट हेड व यूनियन नेताओं के बीच घंटो मंथन हुआ। फिर तय हुआ है कि ठेका मजदूरों के लिए भी सामाजिक सुरक्षा योजना बननी चाहिए। कंपनी में दस हजार से ज्यादा ठेका मजदूर हैं।
ठेका मजदूरों के लिए क्या है योजना
टाटा मोटर्स में स्थायी कर्मियों के लिए ग्रुप बीमा की सुविधा है तो किसी कर्मी की मौत होने पर कंपनी के हरेक कर्मचारी का आधे दिन का बेसिक उस मृतक कर्मी के परिजनों को मिलता है। इसी तर्ज पर कंपनी के हरेक ठेकेदार को अपने मजदूरों का ग्रुप बीमा कराने के लिए निर्देश जारी किया जाएगा। साथ ही ठेका फर्म में कार्यरत हरेक मजदूर से एक फंड बनाया जाएगा जिसकी भुगतान ठेकेदार द्वारा मृतक कर्मी के परिजनों को किया जाएगा।
प्लांट हेड से हुई है बात
ठेका मजदूरों के लिए सामाजिक योजना बनाने की बात प्लांट हेड से हुई है। काम के दौरान घायल मजदूरों या फिर उनकी मौत होने पर मृतक कर्मी के परिजनों को आर्थिक मदद की जा सके इसके लिए योजना बनाई जाएगी। इस संबंध में बहुत जल्द प्लांट हेड के साथ यूनियन की एक और बैठक होने वाली है।
-आरके सिंह, यूनियन महामंत्री