जमशेदपुर एफसी को आइना दिखा बाबूलाल फाइनल में
भले ही जमशेदपुर एफसी की रिजर्व टीम पेशेवर फुटबॉल टीम होने का दंभ भरती हो लेकिन जमीन पर तो बाबूलाल सोरेन फुटबॉल क्लब की ही बादशाहत है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : भले ही जमशेदपुर एफसी की रिजर्व टीम पेशेवर फुटबॉल टीम होने का दंभ भरती हो, लेकिन जमीन पर तो बाबूलाल सोरेन फुटबॉल क्लब की ही बादशाहत है। जमशेदपुर स्पोर्टिग एसोसिएशन के तत्वावधान में जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में खेले गए प्रीमियर डिवीजन लीग के सेमीफाइनल में अपने प्रदर्शन से बाबूलाल ने यह साबित की है। पहले सेमीफाइनल मुकाबले में बाबूलाल सोरेन फुटबॉल एकेडमी (बीएलएसएफए) ने लीग राउंड में शीर्ष पर रहनेवाली जमशेदपुर रिजर्व को 2-1 से हरा फाइनल में स्थान पक्का कर लिया। फाइनल 16 जुलाई को फ्लड लाईट में खेला जाएगा, जिसमें बीएलएसएफए की भिड़ंत टाटा स्टील बनाम टाटा मोटर्स के बीच खेले जानेवाले दूसरे सेमीफाइनल की विजेता टीम से होगी।
मैच के दौरान दोनों ही टीमों के बीच जबरदस्त टक्कर देखने को मिली। पहला गोल बीएलएसएफए की ओर से 17वें मिनट में किया गया। यह गोल स्ट्राइकर गुरमीत मुखी ने दागा। गुरमीत के गोल से स्टेडियम में मौजूद बीएलएसएफए के समर्थक उद्वेलित हो उठे। बीएलएसएफए की बढ़त ज्यादा देर तक कायम नहीं रह सकी और मैच के 36वें मिनट में जे तरंग ने एक शानदार गोल करके जेएफसी रिजर्व को 1-1 की बराबरी पर ला खड़ा किया। इसके बाद पूरे 90 मिनट के खेल में और कोई गोल नहीं हो सका।
पूरे 90 मिनट के खेल में दोनों टीमें एक-एक गोल से बराबरी पर रही। इसके बाद 30 मिनट का अतिरिक्त समय दिया गया। अतिरिक्त समय के 19वें मिनट में अल्हन बास्के ने बीएलएसएफए के लिए एक ऐसा गोल किया, जो अंत में उसकी टीम के लिए गोल्डेन गोल साबित हुआ। इसी गोल की मदद से बीएलएसएफए की टीम 2-1 से जीत दर्ज कर फाइनल में पहुंचने में सफल रही।
मैच के 47वें मिनट में बीएलएसएफए के खिलाड़ी गुरमीत मुखी और जमशेदपुर एफसी रिजर्व के खिलाड़ी पी मणिसाना एक-दूसरे से भिड़ गए। दोनों खिलाड़ियों को आक्त्रामक होते देख रेफरी करण हासदा ने तनिक देर किए बिना उन्हें रेड कार्ड दिखाकर मैदान से बाहर का रास्ता दिखा दिया।