संतान के लिए चढ़ा दी बच्ची की बलि, दो गिरफ्तार
संतान के लिए सात माह की बच्ची की बलि चढ़ाने का मामला सामने आया है। घटना जमशेदपुर की है।

जासं, चांडिल (जमशेदपुर)। जमशेदपुर के तिरूलडीह थाना क्षेत्र के चौड़ा गांव में संतान के लिए सात माह की बच्ची की बलि चढ़ाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। गुरुवार को चौका थाने में डीएसपी संदीप भगत ने बताया कि आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल लिया है।
डीएसपी ने बताया कि चौड़ा निवासी सुभाष गोप ने अपनी सात माह की बच्ची संगीता की चोरी कर बलि चढ़ाने का आरोप अपने पड़ोसी ढोंगी करमू कालिंदी व तिरूलडीह निवासी तांत्रिक भदोय कालिंदी पर लगाया था। उसने पुलिस को बताया था कि बच्ची को चोरी के बाद उसी रात को उसकी बलि देकर शव को बालू में दबा दिया गया है। पुलिस ने उक्त स्थान पर छानबीन भी की लेकिन शव का पता नहीं चल पाया।
संतान के लिए बलि
भदोय कालिंदी की शादी आठ साल पहले हुई थी। इसके बावजूद उसकी कोई संतान नहीं है। संतान के लिए दोनों आरोपियों ने मिलकर 26 मई को अमावस्या की रात सात माह की बच्ची संगीता की चोरी कर तिरूलडीह नदी किनारे स्थित श्मशान घाट पर बलि दे दी। डीएसपी का कहना है कि पुलिस तब तक छानबीन करती रहेगी, जब बच्ची का शव बरामद नहीं हो जाता।
संदेह के आधार पर किया गया गिरफ्तार
डीएसपी ने बताया कि आरोपी ढोंगी करमू कालिंदी का घर बच्ची के घर के पीछे है। जब से बच्ची की चोरी हुई थी तब से वह अपने घर से गायब था। संदेह के आधार पर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया तो दोनों ने जुर्म कबूल लिया। दोनों ने मिलकर बच्ची की बलि दी है।
धारदार हथियार बरामद
बलि जिस धारदार हथियार (दाउली) से दी गई उसे पुलिस ने भदोय कालिंदी के घर से बरामद कर लिया है। करमूकालिंदी अपने घर में मां मनसा की मूर्ति रख कर पूजा पाठ करता है और लोगों की समस्या निराकरण के नाम पर ठगने का काम करता है। वहीं, तिरूलडीह निवासी भदोय कालिंदी भी अपने घर में सांपों का बसेरा (टील्हा) बनाकर तांत्रिक बनकर लोगों को ठगने का काम करता है।

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