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Chaibasa Rainfall: सोलह घंटे के बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त, बड़ाजामदा की दुकानों में घुसा पानी

पश्चिमी सिंहभूम के बड़ाजामदा में लगातार मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। मंगलवार को दोपहर बारह बजे बारिश थमने के बाद लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकलने लगे हैं लेकिन कारोबार थम गया है। लोग हलकान हैं।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Tue, 22 Jun 2021 06:01 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jun 2021 06:01 PM (IST)
Chaibasa Rainfall: सोलह घंटे के बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त, बड़ाजामदा की दुकानों में घुसा पानी
पश्चिमी सिंहभूम के बड़ाजामदा की दुकान में घुसा बारिश का पानी।

नोवामुंडी (पश्चिमी सिंहभूम), जासं। पश्चिमी सिंहभूम के बड़ाजामदा में सोमवार शाम से शुरू हुई मूसलाधार बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। मंगलवार को दोपहर बारह बजे बारिश थमने के बाद लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकलने लगे। सोलह घंटे के बारिश से रेलवे फाटक के पास दो जलपान होटल समेत एक गैरेज में पानी घुस गया था।

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परिवार के लोग घर के भीतर घुटने भर पानी में चल फिर रहे थे। कमरे में पानी प्रवेश करते ही सांप, मेढ़क, बिच्छू आदि  तैरते देखे गए। आलम यह है कि स्कूल में पढ़ रहे बच्चे कमरे के भीतर खटिया और तख्तपोस बिछाकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। रघुनाथ दास का एक छोटा सा जलपान होटल है। होटल से उसके तेरह सदस्यीय परिवार का भरण-पोषण होता है। बारिश के कारण वह दो दिनों से एक भी सामान बेच नहीं पाया है। एक ओर कमरे में पानी घुसने के कारण रातभर सो नहीं पाए हैं वहीं सही तरीके से दुकानदारी नहीं होने के कारण परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। इनके पास सरकार से मुफ्त मिलने वाले आनाज लेने के लिए लाल, पीला और सफेद कार्ड तक नहीं है। इसी को लेकर गम के आंसू को रोककर किसी तरह से जिंदगी बिता रहे हैं।

बेट की मौत के बाद बहू को मिली थी नौकरी

रूंगटा कंपनी में काम कर रहे बड़े बेटे का निधन होने के बाद बहू को नौकरी मिली थी। बाद में वैश्विक महामारी को लेकर उन्हें भी काम से बैठा दिया गया। रेलवे गेट से सटकर मानसिंह सुननी का जलपान होटल है। मानसिंह सुननी मजदूरी करता है जबकि पत्नी दीपा सुनानी जलपान होटल चलाती है। इनके होटल में भी तेज बारिश के कारण पानी घुसने के बाद होटल से आमदनी आना बंद हो गइ है ।मुख्य सड़क किनारे मोहम्मद कल्लू का मोटर गैरेज है। गैरेज में पानी घुसने के कारण उसने मंगलवार को सुबह से ही दुकान नहीं खोला।

नाली को किया जाम

रेलवे अधिकारियों की उदासीनता के कारण बारिश के मौसम में तीनों परिवार बहकर आनेवाले पानी को झेलते हैं। गुवा ऑफ लाइन और बड़बिल डाउन लाइन रेलवे ट्रैक के नीचे बारिश की पानी बहने के लिए दो नाली अवश्य बनी है। परंतु नाली के मुंह को पूरी तरह से संकुचित कर दिया गया है। विभागीय कर्मचारी नाली के संकुचित मुंहाने की साफ - सफाई करना छोड़ दिए हैं। इसके को लेकर तेज बारिश होते ही तीनों दुकानों में पानी भर जाता है।


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