Ayodhya verdict. जमशेदपुर में एक हजार से अधिक जवानों की तैनाती, जनजीवन सामान्य
Ayodhya Verdict. अयोध्या पर फैसले को लेकर व्यापक सुरक्षा बंदोवस्त के बीच जनजीवन सामान्य है। स्कूल-कॉलेज खुले हैं और बाजारों में रौनक है।
जमशेदपुर, जासं। अयोध्या पर शनिवार को आने वाले फैसले को लेकर शहर में व्यापक सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम के किए गए है। संवेदनशील इलाके पर पुलिस की विशेष निगाह है। वहीं चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती शुक्रवार देर रात से ही कर दी गई है। एसएसपी अनूप बिरथरे ने सभी थानाप्रभारियों को निर्देश दे रखा है कि अपने-अपने क्षेत्र में सक्रिय रहें और थाने में फोर्स रिजर्व रखें।
एसएसपी के अनुसार शहर में एक हजार जवानों की तैनाती शनिवार सुबह सात बजे से ही चौक-चौराहे, व्यवसायिक प्रतिष्ठान, स्कूल-कॉलेज, सरकारी प्रतिष्ठानों और चिंहित संवेदनशील इलाके में की गई है। आरपीएफ की दो कंपनी हैं। एक कंपनी शहर और दूसरी कंपनी को ग्रामीण इलाके में रखा गया है। सीसीआर, जुगसलाई और मानगो में क्यूआरटी फोर्स को रखा गया है। बीते चार दिन से मामले को लेकर जमशेदपुर पुलिस सतर्कता बरत रही है। जुगसलाई और परसुडीह में पुलिस पैदल मार्च कर चुकी है। हर थानों में शांति समिति की बैठक हो चुकी है।
जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर
दूसरी ओर फैसले को लेकर जिला प्रशासन भी हाई अलर्ट पर है। उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने बताया कि पुलिस-प्रशासन शुक्रवार शाम से ही फ्लैग मार्च कर रहा है, तो जगह-जगह शांति समिति के साथ बैठक की जा रही है। चुनाव को लेकर धारा-144 पहले से लागू है। इसमें धार्मिक कार्यक्रमों व जन्म-मृत्यु जैसे आयोजनों को छोड़कर सभा, जुलूस, रैली आदि पर प्रतिबंध है। जिला प्रशासन सोशल मीडिया पर पहले से ही नजर रखे हुए है।
जारी किया गया है यह आदेश
चुनाव अधिसूचना के दिन ही यह आदेश जारी कर दिया गया था कि किसी भी धर्म, संप्रदाय, वर्ग को उकसाने या उत्तेजना फैलाने वाला पोस्ट किसी ने भी डाला तो भारतीय दंडसंहिता के तहत कार्रवाई की जाएगी। पुलिस पहले से आपराधिक छवि वालों पर कार्रवाई कर रही है। इनमें से कई को तड़ीपार किया गया है, तो कई को थाने में हर दिन हाजिरी लगाने का आदेश जारी किया गया है। इसका उल्लंघन करने वालों को पुलिस अविलंब गिरफ्तार करके जेल भेजेगी।