टाटा स्टील में सिंगल यूज प्लास्टिक बैन
टाटा स्टील में पहली अक्टूबर से सिंगल यूज प्लास्टिक पूरी तरह से बैन कर दिया गया है। अब कैंटीन में चाय का कप हो या अधिकारियों को मिलने वाला पानी की बोतल सभी बंद कर दिए गए हैं।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : टाटा स्टील में पहली अक्टूबर से सिंगल यूज प्लास्टिक पूरी तरह से बैन कर दिया गया है। अब कैंटीन में चाय का कप हो या अधिकारियों को मिलने वाला पानी की बोतल, सभी बंद कर दिए गए हैं।
टाटा स्टील केंद्र सरकार के सिंगल यूज प्लास्टिक के मुहिम से जुड़ गई है। टाटा स्टील ने अपने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को प्लास्टिक की पानी बोतलों की जगह उन्हें अपने ही बाय प्रोडक्ट से निर्मित पानी की बोतलें उपलब्ध कराया है। साथ ही कैंटीन में पेपर कप में दिए जाने वाले चाय या कॉफी को अब स्टील के गिलास में दिया जा रहा है। पहली अक्टूबर को टाटा स्टील के मासिक कार्यक्रम, एमडी ऑनलाइन को संबोधित करते हुए कंपनी के सीईओ सह प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन कह चुके हैं कि हमें किसी भी हालात में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
अपने व्यक्तिगत मग का कर सकते हैं इस्तेमाल
टाटा स्टील के कई विभागों में अघोषित रूप से कर्मचारियों को कह दिया गया है कि यदि वे स्टील के गिलास में चाय पीना नहीं चाहते तो अपने लिए घर से कॉफी मग ला सकते हैं। अधिकतर विभागों में कर्मचारी चाय या कॉफी पीकर उसे खुद ही धो रहे हैं।
सीएफई में प्लास्टिक पूरी तरह से बैन
टाटा स्टील द्वारा संचालित सेंटर फॉर एक्सिलेंस में प्लास्टिक को पूरी तरह से बैन कर दिया गया है। यहां किसी भी कार्यक्रम में प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है।
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टाटा स्टील में सिंगल यूज प्लास्टिक बैन करने के लिए हमने मुहिम शुरू कर दी है। हमारा उद्देश्य प्लास्टिक का कम से कम इस्तेमाल कर पर्यावरण को बचाना है।
-प्रवक्ता, टाटा स्टील