Jamshedpur Health: चार सीएचओ को शोकॉज, कहा-हमारा कसूर क्या है, वैक्सीन भी लगाओ और सजा भी मिल रही
Jamshedpur Jharkhand News जुगसलाई क्षेत्र में संचालित कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम में शामिल चार सीएचओ प्रीति सिंह ज्योति कुमारी जया महतो व मंजू हांसा पूर्ति को जुगसलाई सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की ओर से शोकॉज किया गया है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। जुगसलाई क्षेत्र में संचालित कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम में शामिल चार सीएचओ (कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर) को एकसाथ शोकॉज हुआ तो वे भी घबरा गईं। ड्यूटी में तैनात सीएचओ प्रीति सिंह, ज्योति कुमारी, जया महतो व मंजू हांसा पूर्ति को जुगसलाई सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की ओर से शोकॉज किया गया है। इसमें कहा गया है कि बार-बार स्मारित कराने के बाद भी कोविड-19 की रिपोर्ट सही समय पर कार्यालय को अवगत नहीं उपलब्ध करायी जा रही है। इसके कारण वैक्सीनेशन सेल, उपायुक्त कार्यालय द्वारा शून्य रिपोर्ट दर्शाया गया, जो बहुत ही खेद की बात है।
सीएचओ ने कहा-समय पर शुरू हो टीकाकरण
सीएचओ ने अपने-अपने जवाब में कहा है कि नियमत: सुबह नौ से शाम 5 बजे तक वैक्सीनेशन होना है। लेकिन, वैक्सीनेशन शुरू होने में 11 से 12 बज जाता है। जबकि वे लोग समय पर सेंटर पहुंच जाती हैं। दिक्कत यह होती है कि सेंटर समय पर खुलता ही नहीं है। जब वे लोग सेंटर पहुंचती है तो पता चलता है कि उसपत ताला बंद है। इस दौरान उसे खुलते और साफ-सफाई होते एक से डेढ़ घंटे का समय लग जाता है। इसी तरह, सेंटरों पर भीड़ अधिक होने की वजह से रोज हो-हंगामा हो रही है। स्थिति इतना अधिक तनावपूर्ण हो जाता है कि वैक्सीनेशन को रोकना पड़ता है। सेंटरों पर सुरक्षा की पर्याप्त सुविधा नहीं होती। इसके बावजूद भी वे लोग सेंटर पर डटी रहती हैं। इस दौरान अगर देरी होती तो तत्काल शोकॉज पूछा जाता है। जबकि उसके कारण को जानने की कोशिश कोई नहीं करता। सीएचओ ने कहा कि हमारा कसूर क्या है। वैक्सीन भी लगाओ और सजा भी भुगतो वाली स्थिति है।
पांच बजे तक कैसे खत्म हो सकता है कार्यक्रम
सीएचओ ने कहा कि वे लोग भी चाहती हैं कि समय पर वैक्सीनेशन खत्म हो जाए और इसकी रिपोर्ट विभाग को चली जाए। उन्हें भी इसकी फिक्र होती है। लेकिन यह तभी संभव है जब समय पर वैक्सीनेशन शुरू हो जाए और लगातार कार्यक्रम चलते रहे। इसके लिए सुरक्षा की भी व्यवस्था होनी चाहिए। कार्यक्रम में हो-हगंमा होने से रिपोर्ट सौंपने में देर तो होगी ही।