Pallonji Mistry Death: टाटा स्टील में शापूरजीपालोनजी समूह ने तैयार किया था जी ब्लास्ट फर्नेस, पलोनजी कई बार आए थे जमशेदपुर
Pallonji Mistry passes away in Mumbai सायरस मिस्त्री के पिता सह शापूरजी पलोनजी समूह के चेयरमैन पलोनजी मिस्त्री (93 वर्ष) का मुंबई में निधन हो गया। 90 के दशक में शापूरजी पालोनजी कई बार शहर आए थे सेंटर प्वाइंट होटल में रूकते थे।
जमशेदपुर : टाटा संस के पूर्व चेयरमैन सायरस मिस्त्री के पिता सह शापूरजी पलोनजी समूह के चेयरमैन पलोनजी मिस्त्री (93 वर्ष) का मुंबई में निधन हो गया। उनकी कंपनी शापूरजी पलोनजी समूह ने भी जमशेदपुर स्थित टाटा स्टील में 90 के दशक में 4000 टन प्रतिदिन की क्षमता की जी ब्लास्ट फर्नेस प्लांट का निर्माण किया था। इसके अलावा शापूरजी पालोन समूह की ओर से दिंदली इंक्लेव, आफिसर्स कालोनी का निर्माण किया। इसके अलावा समूह द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक, मुंबई स्थित होटल ताज पैलेस की इमारतों का निर्माण किया था।
कंपनी के आधिकारिक जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार की रात नींद में ही उनका निधन हो गया। एक रिपोर्ट के अनुसार समूह के पास 29 बिलियन डालर की संपत्ति है। शापूरजी समूह, टाटा समूह के सबसे बडे शेयरधारक कंपनी है जिनके पास 18.4 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। जिससे वे देश के सबसे बड़े समूहों में से एक हैं। शापूरजी समूह वर्तमान समय में इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन, रियल इस्टेट, इंफ्रास्ट्रचर, पन बिजली व फाइनांशियल सर्विसेज के क्षेत्र में कार्यरत है। कंपनी का व्यापार दुनिया के 50 से अधिक देशों में फैला हुआ है और 50 हजार से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। पलोनजी मिस्त्री अपने पीछे दो बेटों के अलावा दो बेटियां लैला व आलू को छोड़ गए हैं। आलू ने रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा से शादी की है।
सिंहभूम चैंबर आफ कामर्स के पूर्व महासचिव भरत वसानी के अनुसार शापूरजी पालोनजी कंपनी की खासियत थी कि 90 के दशक में समूह द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर के काफी काम हुए। कंपनी के पास ऐसी तकनीक थी जिससे काम तेजी से होते थे। 90 के दशक में शापूरजी पालोनजी कई बार शहर आए थे, सेंटर प्वाइंट होटल में रूकते थे। टाटा स्टील के पूर्व एमडी रूसी मोदी पालोन मिस्त्री को खुद अपनी कार में बैठाकर प्लांट ले जाते थे।
प्रधानमंत्री ने किया ट्वीट
पलोंनजी मिस्त्री के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर दुख व्यक्ति किया। मोदी का महना है कि वाणज्यि व उद्योग के क्षेत्र में उनकस योगदान काफी महत्वपूर्ण है। उनके निधन से मैं काफी मर्माहत हूं।
सायरस मिस्त्री बने थे चेयरमैन
वर्ष 2012 में पलोनजी मिस्त्री व उनका परिवार तक सुर्खियों में आया में आया जब उनके छोटे बेटे, साइरस मिस्त्री को टाटा समूह का चेयरमैन बनाया गया। रतन टाटा ने सेवानिवृत्त की घोषणा करते हुए दिसंबर 2012 में साइरस मिस्त्री को अपना उत्तराधिकारी बताते हुए समूह के बागड़ोर की जिम्मेदारी सौंपी। लेकिन अक्टूबर 2016 में रतन टाटा व टाटा समूह बोर्ड ने साइरस मिस्त्री को पद से हटा दिया। जिसके बाद टाटा समूह व शापूरजी पलोनजी समूह के बीच कोर्ट में लंबी बहस चली लेकिन पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने टाटा संस द्वारा लिए गए फैसले का सहीं ठहराया। अपने आदेश में शीर्ष अदालत ने कहा कि मिस्त्री का वर्ष 2016 में निष्कासन पूरी तरह से कानूनी है। जिसे शापूरजी समूूह ने फिर से सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की लेकिन देश की उच्चतम अदालत ने इसे भी खारिज कर दिया।