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Positive India : भोजन को भटक रहे थे शंकोसाई मुंडा कालोनीवासी, जागरण ने भिजवाया खाना Jamshedpur News

सुबह होते ही भोजन की तलाश में निकल पड़े थे कई परिवार सरकारी अनाज के लिए राशन दुकान व नगर निगम के चक्‍कर लगा रही थी मुंडा कॉलोनी की महिलाएं।

By Vikas SrivastavaEdited By: Published: Sat, 11 Apr 2020 07:00 PM (IST)Updated: Sat, 11 Apr 2020 08:13 PM (IST)
Positive India : भोजन को भटक रहे थे शंकोसाई मुंडा कालोनीवासी, जागरण ने भिजवाया खाना Jamshedpur News
Positive India : भोजन को भटक रहे थे शंकोसाई मुंडा कालोनीवासी, जागरण ने भिजवाया खाना Jamshedpur News

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में 14 अप्रैल तक लाकडाउन किया गया। लाकडाउन के कारण डेली मजदूरी करने वाले या डेली कमाने खाने वाले मजदूरों के सामने विकट समस्या आ खड़ी हुई है।

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इन मजदूरों के पास कोई काम नहीं है और वह अपने घर लौट नहीं सकते। कुछ दिनों तक तो मजदूरों ने इधर-उधर से जमा रुपये से अपना व परिवार का खर्च उठाया। अब दाने-दाने को मोहताज हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं शंकोसाई रोड नंबर पांच में स्थित मुंडा कॉलोनी का। मुंडा कॉलोनी में दर्जन भर ऐसे परिवार हैं जो बाहर से आकर मेहनत मजदूरी कर अपना गुजर बसर कर रहे थे।

लॉकडाउन के चलते छूट गया काम, घर भी नहीं जा सकते थे

अचानक लाकडाउन होने से काम छूट गया, वह अपना गांव भी नहीं जा सकते। बस्ती में रहने वाले अमित पाइकिरा ने बताया कि मैं बहरागोड़ा का रहने वाला हूं, जमशेदपुर में खाना बनाने का काम करता था, काम छूट गया। अब घर में एक दाना नहीं है। बस्ती में रहने वाली शकुंतला महतो ने बताया कि मुझे बताया गया कि सरकार की ओर से 10 किलो अनाज मिलेगा।

यह सुनकर पहले राशन दुकान गयी। राशन दुकानदार ने बताया कि नगर निगम कार्यालय में मिलेगा। बस्तीवासी राधा ने बताया की जब नगर निगम गयी तो वहां बताया गया कि राशन दुकान में मिलेगा। दुबारा राशन दुकान आई तो वहां कहा गया नगर निगम में ही मिलेगा। इस तरह दोनों स्थानों पर तीन-तीन बार चक्कर काट ली, लेकिन अनाज कहीं से नहीं मिला। 

दूसरों के रहमोकरम पर भर रहे पेट 

शंकोसाई मुंडा कॉलोनी निवासी रिंकू दास, उषा गोप, पुष्पा गोराई ने बताया कि जब कहीं से अनाज नहीं मिला तो थक हारकर घर में बैठ गयी। अब तो उनका परिवार खाने-पीने के लिए दूसरों के रहमोकरम पर निर्भर है। महिलाओं ने बताया कि जब कोई उपाय नहीं देखा तो परिवार के सदस्य खाना बांटने वालों की तलाश में लग जाते हैं, जहां खाना मिलने की सूचना मिलती है, वहां चले जाते हैं, कहीं मिल जाता है तो कहीं अधूरा रह जाता है। सूचना मिलने के बाद दैनिक जागरण ने मुंडा कॉलोनी के लोगों के लिए शनिवार को खाने की व्यवस्था की। उन्हें भरोसा दिलाया गया कि किसी भी तरह की परेशानी आने पर दैनिक जागरण सदैव आपके साथ है। 


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