अपनी बेटी को मेरे पास भेजो वरना बेटे को मार दूंगा
एकतरफा प्यार में पहले लड़की के भाई का अपहरण किया उसके बाद उसके पिता को फोन कर धमकी दी कि उसने अपनी बेटी को नहीं भेजा तो उसके बेटे को मार डालेगा।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। अपनी पुत्री को मेरे पास भेजो नहीं तो तुम्हारा पुत्र का जान मार देंगे। फोन में इस तरह की धमकी मिलते ही लड़की के परिजन सकते में आ गए। आनन-फानन में परिजन शनिवार की शाम उलीडीह थाना पहुंचकर फोन करने वाले आरोपित शंकोसाई के रहने वाले कर्मा शर्मा के खिलाफ नाबालिग किशोर का अपहरण करने मामला दर्ज करा दिया।
थाने में अपहरण का मामला दर्ज होने के बाद पुलिस के होश उड़ गया। उलीडीह पुलिस ने वरीय पुलिस अधीक्षक अनूप बिरथरे को सूचना देने के बाद रातभर आरोपित को पकडऩे के लिए उसके संभावित ठिकाने पर छापेमारी करने लगी। पुलिस के समक्ष समस्या यह आ गई कि आरोपित धमकी देने के बाद अपना मोबाइल बंद कर दिया। सुबह में आरोपित दुबारा लड़की की मां का मोबाइल पर मैसेज किया कि लड़की का शादी मेरे साथ करा दें, नहीं तो तुम्हारे पुत्र की हत्या कर खुद अपनी जान दे देंगे। मैसेज करते ही पुलिस को उसका लोकेशन का पता चल गया और उलीडीह थाना प्रभारी चंद्रशेखर कुमार स्वर्णरेखा नदी के किनारे मेरीन ड्राइव से आरोपित कर्मा शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। अपने साथ अपहरण कर ले गए लड़की के भाई को भी सकुशल बरामद कर लिया।
आरोपित लड़की से एकतरफा करता था प्यार
नाबालिग लड़की की मां ने पुलिस को बताया कि उलीडीह के ही रहने वाले कर्मा शर्मा नामक युवक दो वर्ष से मेरी पुत्री से एकतरफा प्यार करता था। जब मुझे जानकारी हुई तब मैं आरोपित को कई बार समझाया, समझाने के बाद वह शांत हो जाता था, जब वह अपने मंसूबे में सफल नहीं हुआ तो अचानक 13 अप्रैल की संध्या साढ़े छह बजे आरोपित मेरे नाबालिग पुत्र का अपहरण कर लिया और कहा कि अपनी पुत्री की शादी मुझसे कराओ नहीं तो तुम्हारा पुत्र को मार दूंगा। इसके बाद उसने संध्या 6.41 बजे मैसेज किया और कहा कि लड़की मुझे सुबह चाहिए, नहीं तो तुम्हारे बेटे को तो मार ही दूंगा, साथ ही आत्महत्या कर लूंगा।
लड़की की मां से बदला लेने के लिए किया अपहरण
एकतरफा प्यार के चक्कर में लड़की के भाई का अपहरण करने वाले कर्मा शर्मा मूलरूप से नालंदा (बिहार) का रहने वाला है। वह अपने परिवार के साथ उलीडीह में रहता था। पुलिस को पूछताछ में आरोपित कर्मा शर्मा ने बताया कि वह एक नाबालिग लड़की से प्यार करता था और उसे किसी भी कीमत पर पाना चाहता था। जब उसके परिजन को यह पता चला तो लड़की को नाना के घर तिलैया भेज दिया। इससे वह लड़की के परिजन से चिढऩे लगे। वह नशा का आदी बन गया।
शराब, गांजा, भांग से लेकर हुक्का हर तरह का नशा करने लगा। वह लड़की की मां को सबक सिखाना चाहता था। इसी बीच पता चला कि लड़की का भाई जिम करने जाता है। वह उससे दोस्ती करने के लिए जिम ज्वाइन किया। उससे दोस्ती कर लिया। 13 अप्रैल को वह लड़की के भाई से कहा कि शाम को चलो रामनवमी जुलूस देखने जाएंगे। वह जुलूस जाने के लिए राजी हो गया। शाम को चौक के पास किशोर को बुलाया और मोटरसाइकिल पर बैठाकर ले भागा।
रात में शीतला मंदिर में सोया था आरोपित
पूछताछ में आरोपित कर्मा शर्मा ने बताया कि शाम को लड़की का भाई को अपने साथ गाड़ी में बिठाकर बालीगुमा, एमजीएम, मानगो में घुमाया। रात होने पर साकची शीतला मंदिर में सोने चले गए। इस पर नाबालिग ने कहा कि अब घर चलना चाहिए। इस पर आरोपित कर्मा ने कहा कि तेरे घर में सबको बता दिए हैं। रात में यहां रहेंगे, सुबह में घर जाएंगे। वह मान गया। सुबह होते ही मेरीन ड्राइव की राह पकड़ ली। इसी बीच मोबाइल ट्रेस कर रही पुलिस ने धर दबोचा।