Durga puja 2019: जमशेदपुर में देखें अयोध्या का प्रस्तावित राम मंदिर, गया के बौद्ध मंदिर का दीदार भी
जमशेदपुर में अधिकतर दुर्गा पूजा समिति इको फ्रेंडली पंडाल का निर्माण करा रही है। कई पंडालों से पर्यावरण संरक्षण के संदेश भी दिया जाने वाला है।
जमशेदपुर, दिलीप कुमार। दुर्गोत्सव के रंग में ढलते जमशेदपुर में पूजा आयोजन समिति के साथ हर व्यक्ति अपनी तैयारी शुरू कर दी है। शहर के कई पूजा आयोजन समिति की तैयारी अंतिम चरण में है। सभी पूजा समिति अपने आयोजन को खास बनाने में जुटी हुई हैं। इनमें से अधिकतर समिति इको फ्रेंडली पंडाल का निर्माण करा रही है। कई पंडालों से पर्यावरण संरक्षण के संदेश भी दिया जाने वाला है। अधिकतर तस्वीर मूल आकृति की प्रतिकृति ही है। शहर के पूजा पंडालों की तैयारियों की दूसरी किस्त:
श्रीश्री दुर्गा पूजा राष्ट्रीय एकता समिति, दस नंबर बस्ती
दुर्गा पूजा के अवसर पर झूला मैदान में समिति की ओर से आकर्षक पंडाल बनाया जाता है। यहां इस वर्ष पूजा महोत्सव के आयोजन का 25वां साल है।
पंडाल की आकृति : काल्पनिक मंदिर
स्थापना : 1995
लागत : 2.5 लाख
निर्माण सामग्री : बांस, कपड़ा, बीट, थर्मोकोल, प्लाई
महासचिव : राजा सिंह
उपाध्यक्ष : राजेश कुमार
कार्यक्रम : दुर्गोत्सव के दौरान यहां तीन दिन भोग वितरण, बच्चों और महिलाओं के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम, विसर्जन के दिन आकर्षक झांकी निकाली जाती है।
युवक संघ लक्ष्मीनगर सार्वजनिक दुर्गा पूजा कमेटी
युवक संघ लक्ष्मीनगर सार्वजनिक दुर्गा पूजा कमेटी द्वारा इस वर्ष देशभक्ति को दर्शाता पूजा पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है। समूचा पंडाल राष्ट्रीय झंडा तिरंगा के रंग में होगा।
पंडाल की आकृति : काल्पनिक मंदिर
स्थापना : 1969
लागत : 2.5 लाख
निर्माण सामग्री : बांस, कपड़ा, लकड़ी का बीट, थर्मोकोल
अध्यक्ष : संजय कुमार सिंह
महासचिव : आइडी शर्मा
कार्यक्रम : सप्तमी के दिन संगीत का कार्यक्रम, सप्तमी, अष्टमी और नवमी के दिन भोग वितरण, बच्चों और महिलाओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन।
टीआरएफ नगर में आकर्षक होगा पंडाल व प्रतिमा
टेल्को स्थित टीआरएफ नगर सार्वजनिक दुर्गा व काली पूजा कमेटी में मां दुर्गा के साथ मां सरस्वती और मां लक्ष्मी को पूरी साड़ी पहनाया जाता है। इस वर्ष यहां माता की भव्य प्रतिमा का निर्माण कराया जा रहा है, जो अन्य वर्ष की तुलना में कुछ अलग होगा।
पंडाल की आकृति : काल्पनिक पंडाल
स्थापना : 1974
लागत : 2.5 लाख
निर्माण सामग्री : बांस, कपड़ा, जूट, थर्मोकोल
अध्यक्ष : शौबिक
महासचिव : पंकज मंडल
कार्यक्रम : दुर्गोत्सव के दौरान यहां बच्चों और महिलाओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा।
श्रीश्री राजस्थान सार्वजनिक पूजा कमेटी, गोलमुरी
गोलमुरी फूड प्लाजा स्थित श्रीश्री राजस्थान सार्वजनिक पूजा कमेटी इस वर्ष भव्य काल्पनिक बोध मंदिर की आकृति का पंडाल बना रहा है, जिसके ऊपर भगवान शंकर और गौतम बुद्ध का मूर्ति बना रहेगा।
पंडाल की आकृति : काल्पनिक बोध मंदिर
स्थापना : 1982
लागत : 3.5 लाख
निर्माण सामग्री : बांस, चटाई, कपड़ा, थर्मोकोल, लकड़ी का बीट
अध्यक्ष : कमल किशोर लढ़ा
महासचिव : सोहन लाल अग्रवाल
कार्यक्रम : सप्तमी, अष्टमी और नवमी को भोग वितरण के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे।टिनप्लेट में करें गया के बौद्ध मंदिर का दर्शन
टिनप्लेट सार्वजनिक दुर्गा पूजा कमेटी, इभनिंग क्लब में इस वर्ष श्रद्धालु गया के ऐतिहासिक बौद्ध मंदिर का दर्शन कर सकेंगे। यहां पंडाल के अंदर महात्मा बुद्ध की जीवनी लिखा रहेगा।
पंडाल की आकृति : बौद्ध मंदिर गया
स्थापना : 1932
लागत : 5 लाख
निर्माण सामग्री : बांस, कपड़ा, थर्मोकोल, प्लाइ
अध्यक्ष : एसजे दे
महासचिव : अरूण सरकार
कार्यक्रम : दुर्गोत्सव के दौरान पर्यावरण संरक्षण पर लोगों को जागरूक करने के लिए प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया जाएगा। यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ भोग का वितरण किया जाएगा।
सोनारी सेंट्रल दुर्गा पूजा समिति
सोनारी सेंट्रल दुर्गा पूजा समिति इस बार दुर्गा पूजा में काल्पनिक मंदिर के आकृति का पंडाल बनाएगी। पंडाल बनाने में छोटी-बड़ी टोकरी का प्रयोग किया जा रहा है। पूजा पंडाल का निर्माण पश्चिम बंगाल के कारीगर कर रहे हैं।
पंडाल की आकृति : काल्पनिक मंदिर
स्थापना : 1958
लागत : 8 लाख
निर्माण सामग्री : बांस, कपड़ा, लकड़ी का बीट, बांस से बनी टोकरी
अध्यक्ष : फणीन्द्र महतो
महासचिव : अशोक कुमार सिंह
कार्यक्रम : दुर्गोत्सव के दौरान एक दिन आर्केस्ट्रा और अन्य दिन सांस्कृतिक का कार्यक्रम होंगे। पंचमी के दिन उद् घाटन के मौके पर भी कार्यक्रम होगा। पूजनोत्सव के दौरान श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण होगा।सिदगोड़ा में करें अयोध्या के प्रस्तावित राम मंदिर का दर्शन
सिदगोड़ा सिनेमा मैदान में श्रीश्री न्यू दुर्गा पूजा कमेटी इस वर्ष अयोध्या में प्रस्तावित श्री राम मंदिर की आकृति का पंडाल बना रहा है। मंदिर का डिजाइन अपने आप में लोगों को आकर्षित करेगा।
स्थापना : 1953
लागत : 13 लाख
निर्माण सामग्री : बांस, कपड़ा, प्लाई, लकड़ी का बीट
संरक्षक : चंद्रगुप्त सिंह
उपाघ्यक्ष : राजेश चौधरी
कार्यक्रम : दुर्गा पूजा के दौरान यहां श्रद्धालुओं के लिए भोग का वितरण किया जाएगा। इसके साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे।
आदित्यपुर में देखें प्रदूषण, कचड़ा और पॉलीथिन से जकड़ा दुनिया
जयराम स्पोर्टिंग क्लब, आदित्यपुर में ग्लोबल बार्मिंग से हाने वाले नुकसान से रूबरू कराने के लिए पूजा पंडाल के माध्यम से संदेश दिया जाएगा। यहां प्रदूषण, कचड़ा और पॉलीथिन की चपेट में पूरी तरह से जकड़े विश्व को दिखाया जाएगा।
पंडाल की आकृति : प्रदूषण, कचड़ा और पॉलीथिन रूपी राक्षस की चपेट में विश्व
स्थापना : 1980
लागत : 25 लाख
निर्माण सामग्री : बांस, प्लाई, कपड़ा समेत अन्य सामान
संरक्षक : पूर्व विधायक अरविंद सिंह
अध्यक्ष : रवि सिन्हा
महासचिव : एके श्रीवास्तव, शंकर सिंह
कार्यक्रम : दुर्गा पूजा के मौके पर यहां कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित होते हैं। इस वर्ष भी सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ भोग वितरण होगा।
नया बाजार दुर्गा पूजा सार्वजनिक कमेटी, जुगसलाई
दुर्गोत्सव के लिए जुगसलाई के नया बाजार दुर्गा पूजा सार्वजनिक कमेटी की तैयारी चरम पर है। इस बार यहां दक्षिण भारत के मंदिर की आकृति का पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है।
स्थापना : 1985
पंडाल की आकृति : दक्षिण भारतीय मंदिर
लागत : 2.5 लाख
निर्माण सामग्री : बांस, कपड़ा और थर्मोकॉल।
अध्यक्ष : प्रिंस सिंह भाटिया
महासचिव : संजीव तिवारी
कार्यक्रम : यहां सप्तमी के दिन करीब 500 श्रद्धालु सामूहिक रूप से कलश उठाते हैं। अष्टमी व नवमी के दिन भोग वितरण किया जाता है। नवमी को भंडारा लगाया जाता है। विजया दशमी के दिन महिलाएं जमकर सिंदूर खेलतीं हैं।