Move to Jagran APP

हांगकांग की तर्ज पर बने बस स्टैंड को देख गदगद हुए दिल्ली से आए अधिकारी

जासं, जमशेदपुर : जमशेदपुर में कोल्हान के नगर निकायों की स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारी का जाय

By JagranEdited By: Published: Sat, 20 Jan 2018 03:00 AM (IST)Updated: Sat, 20 Jan 2018 03:00 AM (IST)
हांगकांग की तर्ज पर बने बस स्टैंड को देख गदगद हुए दिल्ली से आए अधिकारी
हांगकांग की तर्ज पर बने बस स्टैंड को देख गदगद हुए दिल्ली से आए अधिकारी

जासं, जमशेदपुर : जमशेदपुर में कोल्हान के नगर निकायों की स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारी का जायजा लेने आए स्वच्छ भारत मिशन के नोडल अधिकारी अनिल प्रकाश हांगकांग की तर्ज पर बने साकची मिनी बस स्टैंड देख गदगद हो गए। उनके मुंह से बरबस यही निकला- अपने देश में भी ऐसे बस स्टैंड बने हैं। कल्पना नहीं की थी। बहुत खूब। उन्होंने विशेष अधिकारी संजय कुमार से कहा कि यहां के एसी टायलेट के दिल्ली तक चर्चे हैं। उसे भी दिखाओ। बैठक के बाद वो एसी टायलेट देखने कदमा गए और इसी तारीफ की।

loksabha election banner

साकची में तीन एकड़ क्षेत्रफल में फैले दो करोड़ की लागत से बने इस मिनी बस स्टैंड को टाटा स्टील ने बनाया है। ये बेहद हाईटेक है। आधुनिक शौचालय व स्नानागार भी है। यहां दिव्यांग यात्री के लिए व्हील चेयर भी है। मानगो, पारडीह, डिमना, टेल्को, रेलवे स्टेशन, बिष्टुपुर आदि मंजिलों के लिए छह लेन में अलग-अलग शेड बनाए गए हैं जहां संबंधित बसें खड़ी होती हैं। किराए और स्थान का इलेक्ट्रानिक डिस्प्ले है। स्टैंड की आबोहवा बढि़या बनाए रखने के लिए बगल में पार्क भी बन रहा है। दिल्ली में अनिल प्रकाश ने इसके बारे में सुना था। उन्होंने इसे देखने की ख्वाहिश जाहिर की और बैठक के बीच में ही जमशेदपुर के विशेष अधिकारी संजय कुमार और अन्य अधिकारियों के साथ मिनी बस स्टैंड पहुंचे। बस स्टैंड देख कर बोले कि जमशेदपुर देश के नंबर वन साफ शहरों में आ सकता है। इसके बाद वो एसी टायलेट देखने कदमा भी गए।

---------------------

आबादी का 0.1 फीसद लोगों का लेना है फीडबैक

स्वच्छ भारत मिशन के नोडल अधिकारी अनिल प्रकाश ने होटल केनेलाइट में स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर कोल्हान के नगर निकायों की तैयारी का जायजा लिया। किन चीजों पर फोकस करना है और क्या कमियां हैं, इसकी समीक्षा की। जमशेदपुर अक्षेस तैयारी में अव्वल रहा। निदेशक ने नगर निकायों के विशेष अधिकारियों और नगर प्रबंधकों की तकनीकी दुविधाएं भी दूर कीं। मसलन, नगर निकायों को सिटीजन फीडबैक पर दुविधा थी। उन्होंने बताया कि सिटीजन फीडबैक कुल आबादी का 0.1 फीसद होना चाहिए। इसी तरह, शहर में कितने सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालय होने चाहिए। इस पर उन्होंने कुल निकलने वाले कचरे से हिसाब जोड़ कर बताया कि जमशेदपुर अक्षेस में कम से कम 53 सामुदायिक शौचालय होने चाहिए। उन्होंने सभी नगर निकायों के विशेष अधिकारियों को बताया कि वो टीम के भौतिक सत्यापन (फील्ड आबजर्वेशन) पर ध्यान दें। शहर में सर्वेक्षण के प्रति सकारात्मक माहौल बनाएं। सामुदायिक व सार्वजनिक शौचालय साफ रखें और स्वच्छता से जुड़े होर्डिग और तरह-तरह के स्लोगन भी लगाएं। इस समीक्षा बैठक में अनिल प्रकाश के साथ ही नगर विकास विभाग के मो. सरफराज के अलावा जेएनएसी के विशेष अधिकारी संजय कुमार, एमएनएसी के विशेष अधिकारी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, आदित्यपुर नगर निगम के विशेष अधिकारी दीपक सहाय, चाईबासा नगर पर्षद, सारयकेला नगर पंचायत, चक्रधरपुर नगर परिषद के विशेष अधिकारी के अलावा जेएनएसी के नगर प्रबंधक एस मेंहदी, एमएनएसी के नगर प्रबंधक शफीउर्रहमान आदि थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.