Bihar Assembly Election 2020 : बिहार से लौटे सरयू ने कहा, किस करवट बैठेगा ऊंट कहना मुश्किल
Bihar Assembly Election 2020.सरयू कहते हैं कि बिहार में भी भाजपा ने वही गलती की है जो झारखंड में की थी। कई ऐसे लोगों का टिकट काट दिया गया है जिनके जीतने की संभावना प्रबल थी। उन्होंने अपने क्षेत्र में काफी काम किया था।
जमशेदपुर, जासं। जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने राजनीति की शुरुआत बिहार से ही की थी, इसलिए इनकी वहां की राजनीति पर अच्छी समझ है। यही वजह है कि बिहार विधानसभा चुनाव में सरयू ने इस बार जदयू उम्मीदवार चंद्रिका राय के अलावा नौ निर्दलीय उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया। इनमें से कई बागी भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर बागी होकर चुनाव लड़ रहे हैं। जमशेदपुर लौटने पर सरयू ने कहा कि उन्हें लगता है कि इस बार एनडीए की स्थिति ठीक रहेगी, लेकिन ऊंट किस करवट बैठेगा, कहना मुश्किल है।
सरयू कहते हैं कि बिहार में भी भाजपा ने वही गलती की है, जो झारखंड में की थी। कई ऐसे लोगों का टिकट काट दिया गया है, जिनके जीतने की संभावना प्रबल थी। उन्होंने अपने क्षेत्र में काफी काम किया था। जनता के बीच लोकप्रिय थे। उनके बदले ऐसे लोगों को भाजपा ने टिकट दिया है, जो चुनाव जीतने की काबिलियत नहीं रखते। उनमें अनुभव की कमी तो है ही, राजनीति की समझ भी कम है। अब यदि ऐसे लोग हार जाएं तो किसे दोष दिया जाएगा। उधर, राजद के तेजस्वी यादव का ग्राफ बड़ी तेजी से बिहार में चढ़ा है। दस लाख नौकरी का मुद्दा भी युवाओं को भा रहा है। वैसे परिणाम क्या होगा, कहना मुश्किल है। बिहार का चुनाव जातिगत आधार पर बनता-बिगड़ता रहा है, लेकिन इस बार लोग काम करने वाले उम्मीदवारों को पसंद कर रहे हैं, ऐसा दिखा।
सरयू की पार्टी से बक्सर से रमेश लड़ रहे चुनाव
ज्ञात हो कि इस बार सरयू राय ने अपनी पार्टी भारतीय जनता मोर्चा से बक्सर में रमेश कुमार लड़ रहे हैं। सरयू ने उनके लिए भी चुनाव प्रचार किया है। चुनाव परिणाम चाहे जो हो, सरयू राय ने बिहार के राजनीतिक हलके में अपनी नवोदित पार्टी और अपनी धमक तो बना ही दी, इसमें कोई शक नहीं।