Jharkhand Politics : सरयू राय का तंज- सत्ता बौरा जाती है, सेवक दंभी हो जाता है; जनता रास्ते पर ला देती है
Jharkhand Politics.जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय ने एक वर्ष की उपलब्धियां गिनाई। इस दौरान किसी का नाम लिये बगैर उन्होंने इशारों में तंज भी कसा। कहा- सत्ता बौरा जाती है सेवक दंभी हो जता है और जनता रास्ते पर ला देती है।
जमशेदपुर, जासं। तत्कालीन मुख्यमंत्री को हराकर जमशेदपुर पूर्वी के विधायक बने सरयू राय को विधानसभा में शपथ ग्रहण किए गुरुवार को एक वर्ष पूरे हो गए। इस मौके पर उन्होंने मीडिया के समक्ष एक वर्ष की उपलब्धियां गिनाई, तो कार्यों का लेखा-जोखा भी रखा। इस दौरान किसी का नाम लिये बगैर उन्होंने इशारों में तंज भी कसा। कहा- सत्ता बौरा जाती है, सेवक दंभी हो जता है और जनता रास्ते पर ला देती है।
बिष्टुपुर स्थित आवास पर सरयू ने कहा कि मुझे अपने दायित्व का पूरा एहसास है। अपने विधानसभा क्षेत्र की जनता के प्रति भी और पूरे राज्य की जनता के प्रति भी। जब कभी सत्ता बौरा जाती है, बर्बर हो जाती है, सेवक का नकाब ओढे़ शासक दंभी हो जाता है तो जनता उसे रास्ते पर ला देती है। गत विधानसभा चुनाव में लोकतंत्र की इस विशेषता को जमशेदपुर पूर्वी, कोल्हान और कमोबेश पूरे राज्य की जनता ने चरितार्थ किया। एक सबक सिखाया।
विधानसभा में किए 34 सवाल, 24 का मिला जवाब
सरयू ने कहा कि गत एक वर्ष में विधायी कार्यों का निष्पादन करते समय मैंने इस सबक की कसौटी पर और आपकी उम्मीदों पर खरा उतरने का भरसक प्रयत्न किया है। सात जनवरी 2020 को विधानसभा में शपथ ग्रहण के बाद पंचम झारखंड विधानसभा का पहला बजट सत्र 28 फरवरी 2020 को आरंभ हुआ। इस दौरान मैंने जमशेदपुर पूर्वी के प्रतिनिधि के रूप में जनहित के अनेक मुद्दों को उठाया। ये मुद्दे राज्य के विकास और सुशासन से संबंधित भी थे और अपने क्षेत्र की समस्या से भी संबंधित थे। मेरे कई सवालों पर सरकार ने जांच का आश्वासन दिया, कई सवालों पर सरकार को निरूत्तर होना पड़ा। कइयों के संतोषजनक जवाब सरकार नहीं दे पाई। विधानसभा में मैंने 34 प्रश्न किया, जिसमें से 24 का जवाब सरकार ने दिया। शेष 10 के जवाब के लिये मैंने अलग से विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया है। विधान सभा सत्र के दौरान मैंने भरपूर कोशिश की कि चुनाव के समय मैंने जो कहा था, उसपर अमल करूं। मेरी यह कोशिश आगे भी जारी रहेगी।
लॉकडाउन में की जनता की सेवा
सरयू राय ने कहा कि कोविड-19 (कोरोना) के कारण लॉकडाउन के समय सारी गतिविधियां बंद हो जाने के कारण आम जनता, विशेषकर आर्थिक दृष्टि से कमजोर और दिहाड़ी एवं ठेका मजदूरों आदि को अकल्पनीय परेशानी हुई। ऐसे समय में भारतीय जनता मोर्चा व स्वर्णरेखा क्षेत्र विकास ट्रस्ट के तत्वावधान में जमशेदपुर पूर्वी एवं पश्चिमी क्षेत्रों में जरूरतमंद लोगों के लिये दोनों शाम तैयार भोजन व राशन उपलब्ध कराने का काम लगातार तीन माह तक चला। प्रवासी मजदूरों की सहायता की गई। अन्य राज्यों में फंसे श्रमिकों, छात्रों व अन्य को प्रशासन की मदद से जमशेदपुर लाने और जमशेदपुर में फंसे लोगों को बाहर भेजने की व्यवस्था की गई।
जमशेदपुर पूर्वी में समस्याओं का अंबार
विधायक सरयू राय ने कहा कि गत एक वर्ष में हमने महसूस किया है कि जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र में समस्याओं का अंबार है। 50 हजार से अधिक परिवारों के लिए पीने के पानी तक की व्यवस्था नहीं है। सरकारी प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों की स्थिति बदतर है। स्वास्थ्य सुविधा लचर है। कानून व्यवस्था के क्षेत्र में दबंगई का वातावरण बना हुआ है। समाज कल्याण के कार्यों की गुणवत्ता अधर में है। औद्योगिक क्षेत्र, जन सरोकार के कार्य से दूर है। इनकी प्राथमिकता जनहित नहीं, बल्कि चुनिंदा लोगों के परिवार के लिए रोजगार हित हो गई है। श्रमिकों की कोई सुनवाई नहीं है। श्रमिक संघ के पदाधिकारी भी अनावश्यक विलंब के शिकार हो रहे हैं। प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार सृजन में इनकी रुचि नहीं है। कंपनियों द्वारा दी जाने वाली जनसुविधाओं का कोई नियामक तंत्र नहीं है। इन सभी क्षेत्रों में हालात बदलने की दिशा में हमने कार्रवाई की है। जनसुविधाओं के लिए विकास आयुक्त को नोडल पदाधिकारी बनाने का मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है। मैंने यह शक्ति कोल्हान आयुक्त को देने का सुझाव दिया है। सरकारी विद्यालयों की शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने की योजनायें तैयार हो रही हैं। मोहल्लों में क्लिनिक बनाने, बने क्लिनिकों को सक्रिय करने तथा जुस्को द्वारा संचालित क्लिनिकों को उपयोगी बनाने के लिए सिविल सर्जन एवं जुस्को के साथ संपर्क जारी है। एमजीएम अस्पताल की स्थिति सुधारने का दायित्व स्थानीय स्वास्थ्य मंत्री पर है। इसे सुधारने में उन्हें सक्रिय सहयोग किया जाएगा।
छायानगर से बाबूडीह सबसे पिछड़ा
छायानगर से बाबूडीह-लालभट्टा का क्षेत्र जनसुविधाओं के मामले में काफी पीछे है। गत एक वर्ष में मैंने इस क्षेत्र का अध्ययन किया है। हमने इस क्षेत्र को प्राथमिकता वाले क्षेत्र के रूप में चिह्नित किया है। वर्तमान वर्ष में यहां पानी, स्वच्छता, जल निकासी का बंदोबस्त करना हमारी प्राथमिकता है। बासगीत जमीन पर मालिकाना हक दिलाने, जमशेदपुर अक्षेस की जगह वैधानिक नगर निगम या औद्योगिक नगर बनाने की दिशा में काफी प्रगति है। मेरा प्रयास है कि सभी घरों-मकानों को प्रथम चरण में होल्डिंग नंबर मिल जाए। पूर्ववर्ती सरकार के उलजुलूल निर्णयों से यह समस्या जटिल हो गई है। हाट-बाजारों की व्यवस्था ठीक करना एक बड़ी चुनौती है। व्यवसायियों एवं व्यवसायिक संगठनों के सहयोग से इस व्यवस्था को ठीक करने की योजना बन रही है। शहर की कानून व्यवस्था सुधरे, औद्योगिक अपराधों को सफेदपोशों का संरक्षण बंद हो तथा यहां रहने वाले विभिन्न समुदाय को सामाजिक, शैक्षणिक-सांस्कृतिक, आध्यात्मिक परिवेश को खुशहाल बनाने की दिशा में कार्य होगा।