CII संजय को झारखंड काउंसिल के चेयरमैन की कमान, चाणक्य बने वाइस चेयरमैन Jamshedpur News
CII. कंफडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज (सीआइआइ) जमशेदपुर काउंसिल के वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए मेटलडाइन इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक संजय सबरवाल को चेयरमैन बनाया गया है।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)।Sanjay becomes chairman of Jharkhand Council Chanakya vice chairman कंफडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज (सीआइआइ) जमशेदपुर काउंसिल के वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए मेटलडाइन इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संजय सबरवाल को नया चेयरमैन बनाया गया है।
वहीं, टाटा स्टील कॉरपोरेट सर्विसेज के वाइस प्रेसिडेंट चाणक्य चौधरी को वाइस चेयरमैन बनाया गया है। शुक्रवार को बिष्टुपुर स्थित एक होटल में टिनप्लेट कंपनी के पूर्व एमडी बीएल रैनी की देखरेख में सीआइआइ झारखंड काउंसिल की वार्षिक बैठक में चुनाव कराया गया। संजय सबरवाल इंडियन स्टील एंड वायर प्रोडक्ट (आइएसडब्ल्यूपी) के प्रबंध निदेशक नीरज कांत की जगह लेंगे।
हेमंत सरकार झारखंड के विकास का तैयार करे रोड मैप : सबरवाल
दैनिक जागरण से बात करते हुए संजय सबरवाल ने कहा कि हम बहुत आशावादी हैं। झारखंड की हेमंत सोरेन की सरकार से हमें काफी उम्मीदें है। सीआइआइ के माध्यम से हम राज्य सरकार से विकास के मॉडल पर बात करने और उन्हें सुझाव देंगे।
उन्होंने कहा कि झारखंड के विकास के लिए नियोजन का मॉडल सबसे सार्थक होगा क्योंकि जिस राज्य ने इस मॉडल को अपनाया, वह सफल हुआ है। बकौल सबरवाल, झारखंड में कृषि जनित उत्पाद, पर्यटन और ऑटो सेक्टर में असीम संभावनाएं है। यदि इससे संबधित उद्योग धरातल पर लगे और स्थानीय युवाओं को रोजगार मिले तो पलायन भी रुकेगा और झारखंड का विकास भी होगा। उन्होंने कहा कि नई सरकार की सोच सकारात्मक है और राज्य के विकास की गति में तेजी लाने के लिए मुख्यमंत्री जरूर ध्यान देंगे।
वहीं, राज्य में आने वाले नए बजट पर उन्होंने कहा कि झारखंड में पहले से इंडस्ट्रीयल पॉलिसी बनी हुई है। राज्य सरकार से अपील है कि उसका जल्द से जल्द क्रियान्वयन हो। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकार में जो भी प्रयास हुए, चाहे वह फेल ही क्यों न हुए हो। लेकिन प्रयास तो किया गया। यह प्रयास रुकना नहीं चाहिए।
टाटा मोटर्स पर कम हो निर्भरता : किलोल
झारखंड के विकास को रोड मैप विषय पर एक सेमिनार का भी आयोजन हुआ। इसे संबोधित करते हुए सीआइआइ के पूर्व चेयरमैन किलोल कमानी ने कहा कि जमशेदपुर शहर झारखंड का औद्योगिक हब है लेकिन यहां की अधिकतर कंपनियां टाटा मोटर्स पर निर्भर है।
उन्होंने झारखंड सरकार से मांग की है कि यहां ट्रेक्टर या दो पहिया वाहन निर्माण की कंपनी लगे ताकि टाटा मोटर्स पर निर्भरता कम हो सके। उन्होंने कहा कि यहां ऑटो पार्टस की जरूरत के लिए सभी गुणवत्तापूर्ण उत्पाद तैयार किए जाते हैं। वहीं, उन्होंने कहा कि झारखंड में कृषि जनित उत्पाद, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में असीम संभावनाएं है। वहीं, उन्होंने सूक्ष्य लघु व मध्यम उद्योगों के लिए बिजली, पानी व ऋण की व्यवस्था कराने की मांग राज्य सरकार से की है।
वहीं, संजय सबरवाल ने अपने संबोधन में कहा कि 70 के दशक में एक डॉलर व एक रुपये की कीमत समान थी। देश में इतनी क्षमता थी कि सभी सामान यहीं बनते थे। लेकिन अब अधिकतर उद्योग धंधे बंद हो चुके हैं। कच्चा माल निर्यात होता है और तैयार माल को आयात कर भारत लाया जाता है। उन्होंने कहा कि यहां 1400 मिलीमीटर वर्षा होती है। इसके बावजूद यहां पानी की किल्लत है। सबरवाल ने कहा कि हमारे पास आगे बढऩे का आइडिया है।