शहरनामा : सोशल साइट पर हिरण्यकश्यप के चर्चे
भारतीय क्रिकेट जगत पर जस्टिस लोढ़ा का कोड़ा क्या पड़ा, क्रिकेट के मठाधीशों को दिन में तारे
भारतीय क्रिकेट जगत पर जस्टिस लोढ़ा का कोड़ा क्या पड़ा, क्रिकेट के मठाधीशों को दिन में तारे नजर आने लगे। झारखंड राज्य क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) भी इससे अछूता नहीं है। जेएससीए के गलियारे से लेकर सोशल साइट पर इन दिनों हिरण्यकश्यप की चर्चा खूब हो रही है। हिरण्यकश्यप, जिसके तप से ब्रह्मा जी प्रसन्न हो गए और उसे वरदान देने के लिए प्रकट हो गए। फिर हिरण्यकश्यप ने अमरता का वरदान मांगा। ब्रह्मा जी ने कहा कि दुनिया में अमर कोई भी नहीं हो सकता, क्योंकि जन्म लेने वाले की मृत्यु निश्चित है। तब हिरण्यकश्यप ने कहा, तो ठीक है ब्रह्मा जी मुझे वरदान दीजिएगा कि मैं न दिन में मरूं, न रात में, न सुबह मरूं न शाम को, न आकाश में मरूं, न धरती पर, न किसी अस्त्र से मरूं, न शस्त्र से। मुझे न नर मार सके, न पशु-पंछी। न देव मार सकें, न दानव। ब्रह्मा जी ने वरदान दे दिया। आखिरकार भगवान को नरसिंह का रूप धारण कर हिरण्यकश्यप का वध करना पड़ा।
अब जेएससीए का हिरण्यकश्यप कौन है, यह तो वही जाने। कहते हैं ना, प्रकृति बड़ी कठोर होती है। प्रकृति का स्वभाव है, यहां कुछ स्थायी नहीं होता। जस्टिस लोढ़ा ने नरसिंह का रूप धारण किया। इसके बाद क्या था, क्रिकेट जगत पर राज कर रहे बड़े शूरमा धराशायी हो गए। जेएससीए तो लगभग पदाधिकारी विहीन हो गया है।