रेलयात्रियों की सुरक्षा भगवान भरोसे, 42 जोड़ी एक्सप्रेस व 19 जोड़ी पैसेंजर ट्रेन में नहीं है सुरक्षा Jamshedpur News
फोर्स की कमी होने की वजह से सभी ट्रेनों में आरपीएफ की टीम सुरक्षा प्रदान नहीं कर पा रही है जिसके कारण छिनतई डकैती व चोरी की घटनाओं से रेल यात्री जूझ रहे हैं।
जमशेदपुर, गुरदीप राज। चक्रधरपुर मंडल से गुजरने वाले ट्रेनों में लूट, छिनतई व चोरी की वारदातों में लगातार इजाफा हो रहा है। वर्ष 2019 के अप्रैल माह तक नौ लूट व छिनतई की वारदातें हुईं। इसकी जानकारी सूचना के अधिकार के तहत मिली है। हालांकि आरपीएफ ने नौ मामलों की पड़ताल पूरी कर ली है जिसमें लुटेरों की गिरफ्तारी भी हुई है।
इसी तरह वर्ष 2015 में तीन डकैती चार लूट व छिनतई की वारदात हुई, जिसमें सिर्फ पांच मामलों को ही आरपीएफ सुलझा पाई है। वर्ष 2016 में लूट व छिनतई की दो वारदातें हुई, वर्ष 2017 में एक डकैती, चार लूट व छिनतई की वारदातें हुई। जिसमें आरपीएफ ने पांच मामलों को तो सुलझा लिया, लेकिन तीन मामलों को अब तक नहीं सुलझा पाई है। वर्ष 2018 में सात लूट व छिनतई की वारदातें हुई। इस तरह लगातार लूट, डकैती व छिनतई की वारदातें चक्रधरपुर मंडल से गुजरने वाले ट्रेनों व विभिन्न स्टेशनों में हो रही है।
मंडल में आठ आरपीएफ पोस्ट
चक्रधरपुर मंडल में आठ आरपीएफ पोस्ट है। जबकि सिर्फ 14 ट्रेनों में पेट्रोलिंग पार्टी गश्ती करती है। जबकि अन्य ट्रेनों की सुरक्षा राम भरोसे ही चल रही है।
42 जोड़ी एक्सप्रेस व 19 जोड़ी पैसेंजर ट्रेन में नहीं है सुरक्षा
टाटानगर स्टेशन होकर गुजरने वाली 42 जोड़ी एक्सप्रेस व सुपर फास्ट ट्रेन में करीब दो लाख यात्री सफर करते है। इतना ही नहीं 19 जोड़ी पैसेंजर ट्रेन में भी हजारों रेल यात्री प्रतिदिन सफर करते हैं, लेकिन सुरक्षा के नाम पर कुछ नहीं। ये यात्री भगवान भरोसे ही ट्रेन में सफर करते हैं। फोर्स की कमी होने की वजह से सभी ट्रेनों में आरपीएफ की टीम सुरक्षा प्रदान नहीं कर पा रही है, जिसके कारण छिनतई, डकैती व चोरी की घटनाओं से रेल यात्री जूझ रहे हैं।