सबा करीम और केवीपी राव फिर जेएससीए से बाहर, जानिए क्या है वजह
बीसीसीआइ के जीएम (जनरल मैनेजर) क्रिकेट ऑपरेशंस सबा करीम से लेकर केवीपी राव जैसे मूर्धन्य क्रिकेटर का नाम जेएससीए की सदस्यता सूची से गायब है।
जमशेदपुर, जितेंद्र सिंह। झारखंड राज्य क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, सदस्यता सूची में घालमेल की जानकारी भी सामने आनी शुरू हो गई है। भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआइ) के जीएम (जनरल मैनेजर) क्रिकेट ऑपरेशंस सबा करीम से लेकर केवीपी राव जैसे मूर्धन्य क्रिकेटर का नाम सदस्यता सूची से गायब है।
दोनों ही पूर्व खिलाड़ी अविभाजित बिहार की ओर से खेल चुके हैं। यही नहीं 2017 की सदस्यता सूची में दोनों का नाम दर्ज हैं, लेकिन 2019 की सूची से नदारद है। यह दूसरा मौका है जब सबा करीम को जेएससीए से बाहर किया गया है। वर्ष 2006 में जेएससीए के हाई प्रोफाइल चुनाव में जब सबा ने अध्यक्ष पद के लिए खड़े राज्य के तत्कालीन गृह मंत्री सुदेश महतो का समर्थन किया था, तब जीतने के बाद अमिताभ चौधरी गुट ने उन्हें जेएससीए से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। लेकिन जब उन्हें जीएम क्रिकेट ऑपरेशंस बनाया गया तो एक बार फिर जेएससीए में उनकी वापसी हो गई। लेकिन 2019 आते-आते सबा को एक बार फिर बाहर का मुंह देखना पड़ा। उधर, बिहार की ओर से 54 प्रथम श्रेणी मैच में 212 विकेट लेने वाले केवीपी राव को भी बिना सूचना दिए जेएससीए ने बाहर कर दिया है।
डोरंडा में रहते हैं अमिताभ चौधरी
जेएससीए के पूर्व अध्यक्ष अमिताभ चौधरी अभी भी रांची के 7, स्टाफ क्वार्टर डोरंडा में रहते हैं। चकरा गए ना। आप भी सोच रहे होंगे, आइपीएस के पद से इस्तीफा देने के बाद भला सरकारी आवास में कैसे रह रहे हैं। जनाब, यह हम नहीं, जेएससीए की सदस्यता सूची कह रहा है। भले ही वह आज 129 सी, रोड नंबर वन, अशोक नगर में निवास करते हो, लेकिन आज भी उनका पता अपडेट नहीं किया गया है। इसी प्रकार पुरानी सूची में सदस्यता संख्या 1860 व 1861 में पूनम देवी व स्मिता का नाम है, लेकिन नई सूची में उनके जगह संध्या द्विवेदी व सुनीता गुप्ता का नाम डाल दिया गया है। मजे की बात है कि उपरोक्त दोनों सदस्यों का पता पुराना ही है। उसी प्रकार सदस्यता संख्या 1019 में विनय कुमार सिंह (एचईसी, रांची) का नाम है, वहीं 1777 में वीके सिंह का नाम है। सूत्रों की माने तो दोनों नाम एक ही व्यक्ति के हैं।
पता व फोन नंबर अपडेट नहीं होने के कारण संपर्क करने में हो रही परेशानी
जेएससीए चुनाव में खड़े उम्मीदवारों के लिए सदस्यता सूची मुसीबत बन गई है। इसमें सदस्यों के पता व फोन नंबर अपडेट नहीं है, जिसके कारण उम्मीदवारों को संपर्क साधने में परेशानी हो रही है।