मुख्यमंत्री रघुवर दास के भाई और पुत्र जमशेदपुर शहर में फैला रहे अराजकता
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह ने मुख्यमंत्री रघुवर दास पर जमकर हमला बोला है। कई संगीन आरोप भी लगाये।
जमशेदपुर, जेएनएन। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह ने कहा है कि मुख्यमंत्री रघुवर दास के भाई व पुत्र जमशेदपुर में अराजकता फैला रहे हैं। गरीबों, व्यापारियों और महिलाओं को परेशान कर रहे हैं। रंगदारी और छेड़खानी जैसी घटनाओं को भी अंजाम दे रहे हैं। पूर्व मंत्री गुरुवार को बिष्टुपुर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एनएच-33 के निर्माण में सुनियोजित तरीके से लूट की गई है। सड़क की दुर्दशा के कारण पाच सौ से अधिक मौत हुई है। एक हजार दुर्घटनाएं हुई। सरकार की देखरेख में 1512 करोड़ रुपये निकाल लिए गए। यह बड़ा घोटाला है।
इसी कारण से हाईकोर्ट ने सीबीआइ को जांच का जिम्मा सौंपा है। यह भाजपा सरकार के लिए शर्म की बात है। कहा कि विगत कुछ माह पूर्व एमजीएम अस्पताल में 164 बच्चों की मौत सरकारी लापरवाही से हो गई। यह घोर निंदनीय है। अस्पताल में गंदगी फैली हुई है। दवा की कमी है। सभी विभाग कार्यरत नहीं हैं। यह सरकार की अक्षमता है। उन्होंने कहा कि 23 वर्षो से मुख्यमंत्री रघुवर दास जमशेदपुर की 86 बस्ती के लोगों को मालिकाना हक देने की बात कहते रहे। इस मामले में भी उन्होंने जनता को छला। जनता को लीज प्रक्रिया में फंसा दिया गया।
इससे पांच प्रतिशत जनता को भी लाभ नहीं मिल रहा है। उन्होंने विश्व आदिवासी दिवस पर सूबे के लोगों को शुभकामनाएं दी। इस मौके पर कांग्रेस के सह प्रभारी उमंग सिंघार, काग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, जोनल कोऑर्डिनेटर केशव महतो कमलेश, अशोक चौधरी, पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉ. प्रदीप कुमार बलमुचू, पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता, प्रदेश मीडिया कोऑर्डिनेटर राजेश ठाकुर, प्रदेश पदाधिकारी रवींद्र सिंह, ज्योति सिंह मथारू, जिला कमिटी से संजय सिंह आजाद, ब्रजेंद्र तिवारी, कोल्हान प्रवक्ता राकेश तिवारी, जम्मी भास्कर, बबलू झा उपस्थित थे।
राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप लगता है, लेकिन निजी स्तर अनाप-शनाप आरोप लगाना कांग्रेस नेताओं का ओछापन है। कोई भी आरोप लगाने से पहले कांग्रेस के नेता अपनी छवि और कांग्रेस की छवि देखें।
-विद्युत वरण महतो, सांसद
आरपीएन सिंह को व्यक्तिगत आरोप लगाने से पहले अपना गिरेबान देखना चाहिए। कांग्रेस के कई बड़े नेताओं का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। कांग्रेस नेताओं को इस पर ध्यान देना चाहिए, न कि दूसरों पर आरोप लगाना चाहिए।
-दिनेश कुमार, जिलाध्यक्ष, भाजपा