आरपीएफ जवान ने अपनी जान जोखिम में डालकर बचाई दूसरे जवान की जान
ट्रेन में चढ़ने के दौरान चक्रधरपुर प्रोसेक्यूशन सेल जवान बी राम का पांव फिसल गया और वह ट्रेन का दरवाजा पकड़कर काफी दूर तक प्लेटफार्म पर ही घसीटाता रहा।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। टाटानगर स्टेशन के प्लेटफार्म नंंबर तीन से सोमवार की सुबह 11 बजे खुली हावड़ा-टिटलागढ़ इस्पात एक्सप्रेस में चढऩे के दौरान चक्रधरपुर प्रोसेक्यूशन सेल जवान बी राम का पांव फिसल गया और वह ट्रेन का दरवाजा पकड़कर काफी दूर तक प्लेटफार्म पर ही घसीटाता ट्रेन के साथ आगे बढ़ रहा था। प्लेटफार्म में मौजूद आरपीएफ के जवान एके यादव ने दौड़कर जवान को किसी तरह पकड़ा और चल रहे ट्रेन में ही उसे उठाकर ट्रेन के अंदर करने में वे सफल हुए।
ट्रेन सोमवार की सुबह 11 बजे टाटानगर स्टेशन के प्लेटफार्म से खुल चुकी थी और रफ्तार पकडऩे लगी थी। पीछे से दौड़ता हुआ आरपीएफ का जवान बी राम ट्रेन में चढऩे के लिए भागा। जैसे ही वह ट्रेन में चढऩे लगा उसका पांव फिसल गया और वह ट्रेन से नीचे गिरने लगा। तब तक उसका हाथ ट्रेन के दरवाजा में लगे हैंडल तक पहुंच गया और उसने हैंडल को पकड़ लिया लेकिन काफी प्रयास करने के बाद भी वह खुद को उठा नहीं पा रहा था।
मशक्कत पर बोगी में धकेला
वहीं प्लेटफार्म नंबर तीन पर कुछ दूरी पर खड़े आरपीएफ का जवान सील चेकर ए के यादव की नजर जब उसपर पड़ी तो वह भी ट्रेन के साथ साथ दौडऩे लगा। काफी प्रयास के बाद किसी तरह बी राम को पकड़कर उसे ट्रेन के अंदर धकेल कर कर लिया। इससे बाद बी राम की जान बची। इसकी जानकारी जब आरपीएफ थानेदार एम के सिंह को मिली तो उन्होंने जवान एके यादव को धन्यवाद दिया।