खेल नगरी जमशेदपुर को कभी नहीं भुला पाऊंगा : बागीचा सिंह
टाटा स्टील खेल विभाग में सीनियर स्पोट्रर्स मैनेजर के रूप में कार्य करने वाले अंतरराष्ट्रीय एथलीट सह अर्जुना अवार्डी बगीचा सिंह मंगलवार को ऑनलाइन सेवानिवृत्त हो गए।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : टाटा स्टील खेल विभाग में सीनियर स्पोट्रर्स मैनेजर के रूप में कार्य करने वाले अंतरराष्ट्रीय एथलीट सह अर्जुना अवार्डी बगीचा सिंह मंगलवार को ऑनलाइन सेवानिवृत्त हो गए। उन्होंने कहा कि टाटा स्टील की बदौलत ही आज मैं इस मुकाम पर हूं। खेल विभाग के हर अधिकारी व कर्मचारी का सहयोग मिला। जमशेदपुर ने मुझे काफी प्यार मिला, जिसका मैं ऋणी हूं।
बागीचा सिंह 1982 में टाटा स्टील में योगदान दिया था। उन्होंने वर्ष 1985 में जकार्ता में आयोजित एशियन गेम्म में 1500 मीटर दौड़ में गोल्ड मेडल जीता। इसके अलावा कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पदक जीतकर देश का नाम रौशन किया। सेवानिवृत्ति के बाद वे चंडीगढ़ जायेंगे। वहीं पर वे भविष्य की रूपरेखा तय करेंगे। उन्हें कई लोग बग्गी कहकर पुकारते थे। उनकी सेवानिवृत्ति पर कई एथलीटों ने ऑनलाइन संदेश दिया तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। द्रोणाचार्य अवार्डी सह एथलीट में उनके साथी चार्ल्स ब्रोमियों ने अपने संदेश में बताया कि वे एक जुझारू एथलीट हैं। टाटा स्टील को उनपर नाज है। उन्होंने क्षेत्र के कई एथलीटों को एक नई राह दिखाई। जेआरडी के पूर्व स्पोर्ट्स कैंप्टन अमिताभ ने भी कहा कि वे टाटा स्टील में बग्गी के रूप में विख्यात थे। उन्हें प्यार से बग्गी कहकर पुकारा जाता था। सेवानिवृत्ति पर उन्हें दुख तो है लेकिन यह जीवन का एक हिस्सा है। अगर उनकी कोई भी कसक अधूरी रह गई हो तो वे उसे आगे भी पूरा कर सकते हैं। उनके उज्जवल एवं खुशहाल जीवन की शुभकामनाएं। इस मौके पर कई लोग उपस्थित रहे।