बगैर ट्यूशन निवेदिता बनी पूर्वी सिंहभूम की टॉपर
केंद्रीय विद्यालय टाटानगर की निवेदिता पाल ने 98.2 प्रतिशत अंक लाकर पूर्वी सिंहभूम की जिला टॉपर बनी है। बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहने वाली निवेदिता ने प्रारंभिक शिक्षा केंद्रीय विद्यालय टाटानगर से ही आरंभ किया। बगैर ट्यूशन पढ़े अपने मेहनत और लगन के बल पर दसवीं की परीक्षा में यह सफलता प्राप्त की है। इस सफलता पर विद्यालय परिवार गदगद है।
कुल नंबर : 500
प्राप्तांक : 491
इंग्लिश - 99
संस्कृत - 99
गणित - 98
विज्ञान - 99
सोशल साइंस - 96
----- जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : केंद्रीय विद्यालय टाटानगर की निवेदिता पाल ने 98.2 प्रतिशत अंक लाकर पूर्वी सिंहभूम की जिला टॉपर बनी है। बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहने वाली निवेदिता ने प्रारंभिक शिक्षा केंद्रीय विद्यालय टाटानगर से ही आरंभ किया। बगैर ट्यूशन पढ़े अपने मेहनत और लगन के बल पर दसवीं की परीक्षा में यह सफलता प्राप्त की है। इस सफलता पर विद्यालय परिवार गदगद है।
सोनारी की सुचित्रा अपार्टमेंट की रहने वाली निवेदिता के इस प्रदर्शन से सोसाइटी के लोग भी फूले नहीं समा रहे हैं। वह आगे भी इसी स्कूल से अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहती है। इसके बाद वह इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु से पढ़ाई करना चाहती है। भविष्य में वैज्ञानिक बनने का लक्ष्य है। उसने बताया कि परीक्षा के एक माह पूर्व से ही वह रोजाना करीब 10 से 12 घंटे तक पढ़ाई करती थी। किसी भी तरह की परेशानी आने पर विद्यालय के शिक्षक उसका भरपूर सहयोग करते थे। परीक्षा परिणाम का पूरा श्रेय उसने विद्यालय की प्राचार्या सावित्री कुमारी को दिया हैं। निवेदिता ने बताया कि प्राचार्या ने अतिरिक्त क्लास ने छात्रों को निखारने में कोई कसर नही छोड़ी। निवेदिता को साउथ इंडियन खाना काफी पसंद हैं। उसके पिता संदीप पाल टाटानगर रेलवे अस्पताल में चीफ रेडियोलॉजिस्ट हैं। माता सुपर्णा पाल गृहिणी हैं।
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गणित में लगा था डर
निवेदिता ने कहा कि उसे गणित विषय के पेपर देखते ही उसे थोड़ा डर जरूर लगा। मगर एक-एक कर वह प्रश्न हल करती गयी और समय पर सारा उत्तर लिख डाला।
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सोशल मीडिया से रहती है दूर
निवेदिता ने बताया कि सोशल साइट्स, मोबाइल या गेम वगैरह में उसकी कोई रुचि नहीं है। स्कूल से ऑनलाइन होमवर्क या पढ़ाई-लिखाई को लेकर ही कभी-कभी मोबाइल का इस्तेमाल किया करती है। गाना उसे बेहद पसंद है। वह हारमोनियम बजाती है। छात्रों को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि वे एनसीईआरटी बुक्स का अध्ययन करें तथा नियमित कक्षा करें। शिक्षकों व अभिभावकों की बातों को सुने।
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-केंद्रीय विद्यालय टाटानगर के इतिहास में पहली बार सर्वोच्च स्कोर हुआ है। स्कूल का शत प्रतिशत रिजल्ट हुआ है। छात्रा को मिले 98.2 प्रतिशत अंक से अन्य छात्रों को प्रेरणा मिलेगी। टॉपर छात्रों की भविष्य की इच्छा पूर्ण हो यही स्कूल कामना करता है।
-सावित्री कुमारी, प्रिसिपल, केंद्रीय विद्यालय टाटानगर।