Tata Steel Recruitment 2021: टाटा स्टील के निबंधित कर्मचारी पुत्रों के लिए राहत, उम्र सीमा पार है तो छोटे भाई-बहन को करें रजिस्ट्रेशन ट्रांसफर
Tata Steel Recruitment 2021 टाटा स्टील में वैसे निबंधित कर्मचारी पुत्रों के लिए राहत की बात है जिनकी उम्र सीमा 42 वर्ष से अधिक हो चुकी है और वे बहाली प्रक्रिया में शामिल नहीं हो सकते। एेसे कर्मचारी पुत्र अपना रजिस्ट्रेशन नंबर छोटे भाई को हस्तांतरित कर सकते हैं।
जमशेदपुर, जासं। Recruitment in Tata Steel Jamshedpur Jharkhand टाटा स्टील में वैसे निबंधित कर्मचारी पुत्रों के लिए राहत की बात है जिनकी उम्र सीमा 42 वर्ष से अधिक हो चुकी है और वे बहाली प्रक्रिया में शामिल नहीं हो सकते। एेसे कर्मचारी पुत्र अपना रजिस्ट्रेशन नंबर (निबंधन स्लिप) अपने छोटे भाई को हस्तांतरित कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें बस एक आवेदन टाटा स्टील के इम्प्लायमेंट ब्यूरो में देना होगा।
अपने पिता के हस्ताक्षर से एक आवेदन कंपनी के इम्प्लयामेंट ब्यूरो में देना होगा। इसमें बताना होगा कि उनके नाम का रजिस्ट्रेशन नंबर उनके छोटे भाई के नाम से हस्तांतरित कर दें। यदि संबधित कर्मचारी पुत्र के पिता की मौत हो चुकी है तो यह काम उनकी मां कर सकती हैं। उन्हें अपने पति के सर्विस बुक और रजिस्ट्रेशन स्लिप के साथ अपना हस्ताक्षर करके आवेदन करना होगा। जबकि आवेदन की छाया प्रति (फोटो कॉपी) के साथ आवेदन करना होगा। टाटा स्टील ने निबंधित कर्मचारी पुत्रों के लिए 500 की बहाली निकाली है। जिसके आवेदन की अंतिम तारीख 15 अप्रैल है। इस तारीख तक सभी दस्तावेजों के साथ कर्मचारी पुत्र अपना आवेदन जमा कर सकते हैं। जबकि ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तारीख 30 अप्रैल है। आवेदनकर्ता अपने सभी दस्तावेज ऑनलाइन जमा कर सकते हैं।
छह हजार कर्मचारी पुत्रों की उम्र सीमा पार
मालूम हो कि टाटा स्टील में 25 वर्ष नौकरी करने के बाद कर्मचारियों को यह सुविधा मिलती थी कि वे अपने बेटे का रजिस्ट्रेशन अपने बेटे के नाम कराए। उनकी योग्यता के अनुसार कंपनी में स्थायी रूप से नियोजन किया जाता था। लेकिन कंपनी में निबंधित कर्मचारी पुत्रों स्थायी नियोजन काफी वर्षों से बंद है। इसके बाद निबंधित कर्मचारी पुत्रों ने लंबे समय तक आंदोलन किया जिसके बाद टाटा वर्कर्स यूनियन नेतृत्व ने कंपनी प्रबंधन से बात कर बहाली प्रक्रिया निकाली है। टाटा स्टील में लगभग 15 हजार कर्मचारी पुत्र है। इनमें से लगभग छह हजार कर्मचारी पुत्रों की उम्र सीमा 42 वर्ष से अधिक हो चुकी है।