निबंधित आश्रितों ने ठुकराया यूनियन अध्यक्ष का प्रस्ताव
नियोजन की मांग को लेकर टाटा वर्कर्स यूनियन कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे निबंधित आश्रितों ने यूनियन अध्यक्ष के वैकल्पिक प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : नियोजन की मांग को लेकर टाटा वर्कर्स यूनियन कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे निबंधित आश्रितों ने यूनियन अध्यक्ष के वैकल्पिक प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। बुधवार को सुबह साढ़े दस बजे टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष आर रवि प्रसाद के साथ निबंधित आश्रितों की वार्ता हुई। अध्यक्ष ने वैकल्पिक प्रस्ताव देते हुए कहा कि स्टील वेज में फिलहाल उनका नियोजन मुश्किल है। सीधे कंपनी में नहीं बल्कि एक्स्ट्रा सॉल्यूशन के तहत काम दिलाने की कोशिश हो सकती है। निबंधित आश्रितों ने उनके प्रस्ताव को ठुकराते हुए कहा कि उनके पुरखों ने कंपनी में सेवा की है। हाल ही में 110 कर्मचारी पुत्रों ने नौकरी छोड़कर अपनी जगह अपने पुत्र-पुत्रियों को नौकरी दिलाई है। ऐसा निबंधित आश्रितों के लिए भी किया जा सकता है। टिस्को निबंधित श्रमिक संघ के सक्रिय सदस्य मोहन पांडेय ने यूनियन अध्यक्ष को दो दिन का समय देते हुए कहा कि या तो वे उनकी मांगों पर विचार करते हुए न्याय दिलाएं या बड़े विरोध प्रदर्शन के लिए तैयार रहें। निबंधित आश्रितों ने एकजुटता दिखाते हुए यूनियन अध्यक्ष को दो दिन में मामला सुलझाने को कहा है। बाद में वे वापस धरने पर बैठ गए।
हमारे साथ न्याय नहीं तो नहीं होने देंगे ग्रेड रिवीजन नियोजन की मांग को लेकर बिष्टुपुर स्थित टाटा वर्कर्स यूनियन कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे निबंधित आश्रितों का धैर्य जवाब देने लगा है। वे दोबारा संगठित होकर बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। टिस्को आश्रित निबंधित श्रमिक संघ के बैनर तले पिछले 12 दिन से वे यूनियन कार्यालय के बाहर धरना दे रहे हैं। इसके पूर्व 12 दिन तक भूख हड़ताल करने के बाद कंपनी गेट पर धरना देते हुए गिरफ्तार भी हुए। उधर, सूत्रों के अनुसार कंपनी कर्मचारियों के ग्रेड रिवीजन की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। इस सुगबुहाहट की भनक मिलते ही निबंधित आश्रितों का आक्रोश बढ़ गया है। मंगलवार को साथियों के साथ धरने पर बैठे संघ के सक्रिय सदस्य मोहन पांडेय ने कहा कि अभी तक निबंधित आश्रितों को यूनियन अध्यक्ष पर भरोसा बना हुआ है लेकिन उनके साथ किसी तरह की चालाकी की गई तो इसका खामियाजा यूनियन को भुगतना होगा। कर्मचारियों का ग्रेड रिवीजन से पहले उनकी मांगों पर ठोस निर्णय लिया जाए। ऐसा नहीं होने पर फिर से एक बड़ा आदोलन शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए सभी साथी एकजुट हो रहे हैं। अभी तक हमें अध्यक्ष पर पूरा भरोसा है कि वे प्रबंधन को मनाने में सफल रहेंगे। धरने पर मुख्य रूप से अंजन कुमार घोष, विजय दुबे, संजय गुप्ता, दिपेश साह, अनिल मिश्रा, सरोज, संजीत तिवारी, राजेश प्रसाद, अरविंद, जीतू सिंह, आरके सिन्हा, देवाशीष सरकार, नीतू कुमारी, लक्ष्मी सिंह, शैलो बाई, अप्रिता ंिसह, दीपक कुमार कौशिक, आरती कुमारी आदि शामिल थे।