रावण ने चार साल की मासूम का अपहरण कर उतारा मौत के घाट Jamshedpur News
18 फरवरी की दोपहर में पेड़ के नीचे खेल रही मासूम को ले गया था उठाकर 21 को परिवार वालों ने अपहरण की दर्ज करायी थी प्राथमिकी 8 दिन बाद मिली लाश।
जगन्नाथपुर/जमशेदपुर (जेएनएन)। हर कोई यही चर्चा कर रहा है कि आखिर इतनी छोटी बच्ची की हत्या करते समय उस दरिंदे की रुह क्या नहीं कांपी होगी। आखिर कैसे उसने अपने ही गांव की मासूम की जान ले ली। कोल्हान प्रमंडल के पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत जेटेया थाना से करीब 23 कीलोमीटर दूर सुदूर बबड़िया गांव में एक हृदयहीन व्यक्ति ने अपने ही गांव के चार वर्षीय एक मासूम बच्ची की निर्ममतापूर्वक हत्या कर दी।
हत्या कर पहाड़ी जंगल में फेंक दी लाश
हत्या करने के बाद मासूम की लाश को दो जंगलों के बीच एक सुनसान पहाड़ी जंगल बीरुकोचा नामक जगह में हत्यारे ने फेंक दिया। गुप्त रूप से मिली सूचना के आधर पर जेटेया थाने की पुलिस ने मामले की खोजबीन करनी शुरू की।
काफी मशक्कत के बाद बच्ची की सड़ी-गली अर्धनग्न लाश बीरुकोचा पहाड़ी जंगल से बुधवार की सुबह बरामद की गई। जेटेया थाना से मिली जानकारी के अनुसार जिस बच्ची की हत्या की गई वह थाना क्षेत्र के बबड़िया गांव टोला कोचासाई निवासी घनश्याम टोपनो उर्फ गोनो टोपनो की करीब 4 साल की मासूम बेटी है।
घर के समीप खेलते समय हुई थी गायब
बताया जाता है कि विगत 18 फरवरी को दोपहर करीब तीन बजे गोनो टोपनो की मृत्तक बेटी सिंहबुई टोपनो अपनी बड़ी बहन मुक्ता टोपनो के साथ अपने घर से करीब सौ मीटर दूर स्थित एक कुसूम पेड़ के नीचे खेल रही थी। तभी बबड़िया गांव के रावण लागुरी दोनों बच्चियों के पास आया। सिंहबुई टोपनो को अपनी गोद में उठाकर बीरुकोचा पहाड़ी जंगल की तरफ ले गया।
इस बात की जानकारी बड़ी बहन मुक्ता टोपनो ने अपने पिता गोनो टोपनो को दी। गोनो टोपनो पास में मजदुरी का काम कर रहे थे। उसके बाद मां सोमवारी कुई को व अन्य परिजन को घटना की जानकारी हुई। सभी लोग सिंहबुई टोपनो की खोजबीन में जुट गए। देर शाम तक यहां-वहां खोजते रहे पर कही बच्ची का पता नही चल सका। वही शक होने पर आरोपी रावण लागुरी की भी खोजबीन हुई पर वह भी अपने गांव घर में नजर नही आया।
अपनी बेटी के साथ कोई अनहोनी का संदेह जताते हुए गोनो टोपनो ने 21 फरवरी 2020 को सुबह करीब 10 बजे जेटेया थाने पहुंच कर अपने चार साल की बेटी की रावण लागुरी द्वारा अपहरण कर लिये जाने की प्राथमिकी दर्ज करायी। अपहरण की प्राथमिकी दर्ज होते ही जेटेया पुलिस सक्रिय हो गई और जिला से अतिरिक्त सुरक्षा बल मंगा कर बबड़िया गांव टोला कोचाबुरु पहुंच कर मामले की तहकीकात में जुट गई।
तलाश में पुलिस को लग गए पांच दिन
पुलिस के पास मामला पहुंचने के पांच दिन के बाद 26 फरवरी को जेटेया पुलिस ने बच्ची सिंहबुई टोपनो की क्षत-विक्षत लाश बीरुकोचा जंगल से बरामद किया। पुलिस ने लाश को कब्जा में लेकर थाना ले आयी। अपहरण के आरोपित की खोजबीन किया पर उसका कही पता नही चला।
बाद में लाश के साथ मृतक का पिता व चचेरा भाई तथा अपहरकर्ता की की मां को जेटेया थाना लाया गया। पुलिस ने बुधवार को ही लाश का पोस्टमार्टम सदर हास्पीटल चाईबासा में कराया। हालांकि सिंहबुई की हत्या किस तरह व कौन से हथियार व सामग्री से हुई है इसका पता अभी पुलिस को नही चल पाया है। मृत्तक बच्ची के गला में गम्भीर जख्म था।
आरोपित की तलाश में जुटी पुलिस
इस संबंध में जेटेया थाना प्रभारी वासुदेव टोपनो ने बताया कि प्राथमिक अभियुक्त के विरुद्ध गिरफ्तारी हेतू प्रयास जारी है। 18 फरवरी को घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी गांव से फरार है। पुलिस छानबीन कर रही है। शव देख कर मृतक बच्ची की मां सोमवारी कुई ने अपनी पुत्री को पहचान लिया। फरार अभियुक्त को जल्द गिफ्तार कर लिया जायेगा। फिलहाल घटना के पता नही चल पाया है। बच्ची की हत्या कैसे की गई यह पोस्टमार्टम रिर्पोट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। दुष्कर्म के बाद हुई है या नही यह सच्चाई भी पोस्टमार्टम रिर्पोट आने के बाद ही पता चलेगा।
इधर, मृत बच्ची के पिता घनश्याम टोपनो उर्फ गोनो ने बताया कि उसकी किसी से कोई दुशमनी नही है। वह घटना वाले दिन घर के सामने वाले पड़ोसी का बन रहे आवास में मजदूरी का काम कर रहा था। बड़ी बेटी मुक्ता टोपनो ने घटना की जानकारी दी। उन्होने अपनी गायब बेटी की काफी खोजबीन की थी।