रांची-टाटा एनएच 33 की मरम्मत करेगी जय मातादी कंपनी
एनएच 33 की मरम्मत जय मातादी कंस्ट्रक्शन कंपनी करेगी। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने कंपनी को काम सौंप दिया है। मार्च तक काम पूरा करना है।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। रांची-टाटा राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 33 की मरम्मत का काम जय मातादी कंस्ट्रक्शन कंपनी को मिला है। 17 करोड़ रुपए की लागत वाले इस काम के लिए जय मातादी कंपनी ने 2.5 फीसद कम लागत का टेंडर डाला है। टेंडर में सबसे कम लागत डालने की वजह से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने जय माता दी कंस्ट्रक्शन कंपनी को ही मरम्मत का काम सौंप दिया है।
अक्टूबर से शुरू होगा काम
एनएचएआई के अधिकारियों का कहना है कि कंपनी को हफ्ते भर के अंदर एनएचएआई से करार कर लेना होगा। हर हाल में अक्टूबर से काम शुरू करा दिया जाएगा। रांची से टाटा तक एनएच 33 की मरम्मत का काम कंपनी को 6 महीने में पूरा करना होगा। इस तरह रांची-टाटा रोड 31 मार्च तक गड्ढा मुक्त हो जाएग। इस पर वाहनों का आवागमन सुविधाजनक हो जाएगा।
हाल है बेहद खराब
अभी रांची-टाटा रोड की स्थिति बहुत खराब है। इस पर जगह-जगह बड़े बड़े गड्ढे हैं। बरसात में इन गड्ढों का आकार और गहराई काफी बढ़ गई है। गड्ढों की संख्या में भी खूब इजाफा हुआ है। पारडीह काली मंदिर से डिमना चौक तक गड्ढों की भरमार है। बरसात में यहां सड़क तालाब में तब्दील हो जाती है। इसके चलते वाहनों के आवागमन में दिक्कत होती है। एनएच 33 पर आए दिन जाम लगा रहता है। गड्ढों में फंसकर वाहन पलट जाते हैं या फिर हादसों का शिकार हो जाते हैं। रांची टाटा रोड खराब होने की वजह से कोल्हान के औद्योगिक विकास पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। जमशेदपुर का भी कारोबार प्रभावित होता है।
दैनिक जागरण चला रहा अभियान
दैनिक जागरण एनएच 33 की दुर्दशा को सुधारने के लिए लगातार अभियान चला रहा है। इसे लेकर एनएचएआई ने एनएच 33 की मरम्मत कराने का फैसला लिया है। एनएचएआई ने सड़क की मरम्मत के लिए 17 करोड़ का आवंटन जारी किया। जिसे लेकर 20 अगस्त को टेंडर निकाला गया। तीन कंपनियों जय मातादी कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, खोखर कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड और स्पाइका रोड इन्फ्राट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड ने टेंडर डाला। सोमवार को टेंडर का रेट खोला गया और इसकी तुलनात्मक विवरण तैयार की गई। जय मातादी कंस्ट्रक्शन कंपनी ने टेंडर में दी गई लागत से ढाई फीसद कम रेट का टेंडर डाला है। इस वजह से यह कंपनी अब एनएच 33 की मरम्मत का काम करेगी।
क्षेत्रीय अधिकारी करेंगे मरम्मत के काम की निगरानी
एनएचएआई ने पिछले साल एनएच 33 की मरम्मत का काम 21 करोड़ रुपए की लागत से कराया था। लेकिन मरम्मत का यह काम बेहद घटिया तरीके से किया गया था। मरम्मत होने के एक महीने बाद ही गड्ढे फिर उभर आए थे। इससे एनएचएआई की काफी बदनामी हुई थी। इसलिए एनएचएआई ने इस बार मरम्मत के काम की निगरानी का जिम्मा एनएचएआइ के क्षेत्रीय कार्यालय के क्षेत्रीय अधिकारी विजय श्रीवास्तव को दिया है।
बन रहा है एनएच 33 के निर्माण का डीपीआर
एनएचएआई के अधिकारियों का कहना है कि एनएच 33 के निर्माण का नए सिरे से टेंडर करने के लिए डीपीआर तैयार हो रहा है। डीपीआर का निर्माण अंतिम चरण में है। डीपीआर हफ्ते भर के पूरा होने की संभावना जताई जा रही है। डीपीआर बनने के बाद एनएच 33 के निर्माण का भी टेंडर निकाल दिया जाएगा।
क्या कहते हैं एनएचएआई के अधिकारी
_एनएचएआई के जीएम हेडक्वार्टर वीके ठाकुर ने कहा कि एनएच 33 के मरम्मत का टेंडर हो गया है। जय माता दी कंस्ट्रक्शन कंपनी को काम मिला है। मार्च तक रांची टाटा रोड को वाहनों के चलने के लायक बना दिया जाएगा।