बिना सैनिटाइज के भेजी जा रही राखियां खतरे को दे रही दावत Jamshedpur News
राखियों के सैनिटाइज करने की सुविधा है और न ही डाकिया द्वारा इस्तेमाल किए गए बैग को। बिना सैनिटाइज किए हुए बैग को लेकर ही यह डाकिया दिन भर घूमते रहते हैं।
जमशेदपुर, गुरदीप राज। कोरोना वायरस संक्रमण से जहां पूरा देश के निवासियों के होश उड़े हुए हैं। वहीं बिष्टुपुर मुख्य डाकघर में शारीरिक दूरी की धज्जियां उड़ाई जा रही है। डाक विभाग में काम करने वाले कर्मचारी एक -दूसरे से सट कर बैठ रहे हैं। डाक मिलाने के लिए डाकिया भी शारीरिक दूरी का ख्याल नहीं रख रहे हैं।
बिष्टुपुर मुख्य पोस्टआफिस में प्रतिदिन सैकड़ों राखियां आती और जाती हैं। इसका मिलान यहां के डाकिया बैठ कर रहे हैं। इन राखियों का मिलान करने के बाद वैसे ही इन राखियों को गंतव्य तक पहुंचा दिया जा रहा है। जो कोरोना संक्रमण के खतरे को दावत दे रहा है। न जाने कितने हाथों से यह राखियों का लिफाफा गुजरा होगा और अंत में राखी के स्वामी तक पहुंचा होगा। इसका ख्याल बिष्टुपुर मुख्य डाक विभाग के अधिकारियों को करना चाहिए। लेकिन यहां न तो राखियों के सैनिटाइज करने की सुविधा है और न ही डाकिया द्वारा इस्तेमाल किए गए बैग को। बिना सैनिटाइज किए हुए बैग को लेकर ही यह डाकिया दिन भर घूमते रहते हैं।
मोबाइल पर ही कर दिया जाता है सैनिटाइज
डाक विभाग के कर्मचारी की माने तो विभाग के बड़े अधिकारी सिर्फ मोबाइल पर ही राखियों के लिफाफे को सैनिटाइज किए जाने की बात कहते हैं। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। रांची में बैठे डाक विभाग के अधिकारियों ने इस ओर ध्यान दिया और न ही मुख्य डाक घर के अधिकारियों ने। बड़े अधिकारी तो अपने चैम्बर में अकेले बैठे रहते हैं। लेकिन डाकिया व अन्य कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण का भय सता रहा है।
ये कहते अधिकारी
बिष्टुपुर डाक विभाग में शारीरिक दूरी का ख्याल रखा जा रहा है। सप्ताह में एक दिन सभी तरह के डाक को सैनिटाइज कर गंतव्य के लिए भेजा जा रहा है।
-गुड़िया रानी, वरीय डाकपाल, बिष्टुपुर