Railway News : इस्पात व टाटा-एर्नाकुलम बदले रूट से चलेगी,जानें क्या है रूट
Railway News संबलपुर डिवीजन में नान इंटर लाकिंग का काम होना है। इसलिए ट्रेनों का रूट बदला गया है। टाटा एर्नाकुलम एक्सप्रेस सात 10 14 व 17 जुलाई को झारसुगुड़ा संबलपुर टिटलागढ़ व रायगड़ा की बजाए झाडली नयागढ़ टाउन कटक से खुर्दा रोड होकर एर्नाकुलम जाएगी।
जमशेदपुर : संबलपुर डिवीजन में नान इंटर लाकिंग का काम होना है। ऐसे में दक्षिण पूर्व रेलवे ने 18107-18018 राउरकेला जगदलपुर राउरकेला एक्सप्रेस को छह से 16 जुलाई तक के लिए रद किया है। साथ ही 18005 हावड़ा जगदलपुर एक्सप्रेस को इसी अवधि तक शार्ट टर्मिनेट किया है। आदेश के तहत यह ट्रेन जगदलपुर के बजाए संबलपुर तक जाएगी। जबकि 12871 हावड़ा टिटलागढ़/कंटाबाजी इस्पात एक्सप्रेस भी सात से 17 जुलाई के बीच कंटाबाजी के बजाए बलांगीर तक चलेगी।
नान इंटर लाकिंग के कारण 18189-18190 टाटा एर्नाकुलम टाटा के रूट में भी बदलाव किया गया है। आदेश के तहत 18189 टाटा एर्नाकुलम एक्सप्रेस सात, 10, 14 व 17 जुलाई को झारसुगुड़ा, संबलपुर, टिटलागढ़ व रायगड़ा के बजाए झाडली, नयागढ़ टाउन, कटक से खुर्दा रोड होकर एर्नाकुलम जाएगी। जबकि डाउन ट्रेन छह, 10, 13 व 17 जुलाई को प्रस्तावित रूट से वापस टाटानगर आएगी।
जमशेदपुर : शालीमार से चलकर ओखा को जाने वाली 22906-22905 साप्ताहिक ओखा एक्सप्रेस में स्थायी रूप से एक फर्स्ट एसी कोच लगाया जाएगा। दक्षिण पूर्व रेलवे ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। अब तक इस कोच में सेकेंड एसी व थर्ड एसी के साथ फर्स्ट क्लास एसी की भी सुविधा मिलेगी। बुधवार को शालीमार से रात नौ बजकर पांच मिनट पर चलने वाली यह ट्रेन खड़गपुर होते हुए गुरुवार रात 12 बजकर 35 मिनट पर टाटानगर होते हुए चक्रधरपुर, राउरकेला, झारसुगुड़ा, बिलासपुर, रायपुर, राजनांदगांव, नागपुर, भुसावल, सूरत, वड़ोदरा, अहमदाबाद व द्वारका होते हुए ओखा तक जाती है।
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अवैध पार्किंग के खिलाफ आरपीएफ ने 25 के खिलाफ कार्रवाई
जमशेदपुर: टाटानगर रेलवे स्टेशन पर मंगलवार सुबह आरपीएफ की टीम ने अवैध पार्किंग के खिलाफ अभियान चलाया। इस दौरान स्टेशन परिसर पर अवैध रूप से वाहन खड़ा करने के मामले में 25 लोगों के खिलाफ रेलवे एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया गया। इनमें सात पर रेलवे एक्ट की धारा 159 (अवैध पार्किंग) व 18 लोगों के खिलाफ धारा 149 (अवैध जमावड़ा व उपद्रव करने) का मामला दर्ज किया गया। सभी को रेलवे कोर्ट में प्रस्तुत किया गया। जहां से जुर्माना वसूलने के बाद छोड़ दिया गया।