ट्रेन के बार -बार रद होने का खामियाजा भुगत रहा चक्रधरपुर मंडल
नन इंटरलाकिंग वर्क हो या कोई दूसरा कारण जिसे लेकर ट्रेनों का परिचालन सुचारु रूप से नहीं हो पा रहा है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : नन इंटरलाकिंग वर्क हो या कोई दूसरा कारण जिसे लेकर ट्रेनों का परिचालन अक्सर रद किया जा रहा है। इसका सीधा असर चक्रधरपुर मंडल के टाटानगर व चक्रधरपुर स्टेशन से खुलने वाली यात्री ट्रेन के पार्सल बोगी पर पड़ रहा है। ट्रेन रद रहने के कारण पार्सल सही समय पर गंतव्य तक पहुंचाने के लिए व्यवसाई सड़क मार्ग का इस्तेमाल कर रहे है जिसके कारण प्रतिदिन रेलवे को लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है। चक्रधरपुर मंडल के रेल अधिकारियों ने सारा ध्यान मालगाड़ियों के सुरक्षित परिचालन पर केंद्रित कर लिया है। जिसका परिणाम टाटानगर व चक्रधरपुर से खुलने वाली 26 ट्रेनों में पार्सल की लोडिंग नहीं के बराबर हो रही है और कोच खाली ही गंतव्य तक रवाना हो रहे हैं। जिसको लेकर रेलवे ने गंभीरता दिखानी शुरू कर दी है। पार्सल कोच में पार्सल को कैसे बढ़ाए इसको लेकर मंथन शुरू हो गया है।
इन गाड़ियों के पार्सल कोच जा रहे खाली :
टाटा-हावड़ा स्टील एक्सप्रेस, टाटा-जम्मूतवी एक्सप्रेस, टाटा एलटीटी अंत्योदय एक्सप्रेस, टाटा एलेप्पी लिंक एक्सप्रेस, टाटा यशवंतपुर एक्सप्रेस, टाटा-सुवर्णरेखा एक्सप्रेस, टाटा-विशाखापटनम एक्सप्रेस, टाटा-आसनसोल मेल एक्सप्रेस, टाटा-जालियांवाला बाग एक्सप्रेस, टाटा-छपरा एक्सप्रेस, टाटा-रांची मेल एक्सप्रेस, टाटानगर काचेगुड़ा एक्सप्रेस सहित 26 ट्रेनों में 2.40 टन से लेकर 15.68 टन जगह पार्सल कोच में खाली है।
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' टाटानगर व चक्रधरपुर से खुलने वाली करीब 26 यात्री ट्रेनों का पार्सल कोच में काफी जगह खाली है जो गंतव्य तक खाली ही जा रही है। पार्सल की बुकिंग करने के लिए पार्सल एजेटों को जागरूक किया जा रहा है और उनकी समस्याओं से अवगत होने के बाद उन्हें निपटाने का प्रयास शुरू कर दिया गया है।
- मनीष कुमार पाठक, सीनियर डीसीएम चक्रधरपुर