Move to Jagran APP

Rabindranath Tagore Birth Anniversary: कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर को जानना है तो यहां आइए

Rabindranath Tagore birth Anniversary यदि आप कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर के बारे में कुछ जानना चाहते हैं तो जमशेदपुर स्थित रवींद्र भवन आ सकते हैं। रवींद्रनाथ टैगोर भले ही कभी जमशेदपुर नहीं आए लेकिन इस परिसर में आते ही आपको यहां के कण-कण में उनकी अनुभूति होगी।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Fri, 07 May 2021 06:24 PM (IST)Updated: Fri, 07 May 2021 06:24 PM (IST)
Rabindranath Tagore Birth Anniversary: कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर को जानना है तो यहां आइए
टैगोर सोसाइटी की ओर से रवींद्र संगीत पर वर्ष भर कार्यक्रम होते रहते हैं।

जमशेदपुर, वीरेंद्र ओझा। यदि आप कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर के बारे में कुछ जानना चाहते हैं, तो जमशेदपुर स्थित रवींद्र भवन आ सकते हैं। रवींद्रनाथ टैगोर भले ही कभी जमशेदपुर नहीं आए, लेकिन इस परिसर में आते ही आपको यहां के कण-कण में उनकी अनुभूति होगी।

loksabha election banner

इस परिसर में टैगोर एकेडमी नामक स्कूल भी चलता है, तो रवींद्र भवन प्रेक्षागृह के परिसर में टैगोर आर्काइव भी है। यहां टैगोर से जुड़ी तमाम स्मृतियों का संग्रह है। यहां टैगोर के बचपन से लेकर अंत तक की जीवनी से जुड़ी चीजें हैं। गुरुदेव ने शिलांग में रहने वाली नलिनीबाला सेनगुप्ता को 1930 से 1937 के बीच कई पत्र लिखे थे। यहां उन पत्रों की मूल प्रति है। इसके अलावा भारत सरकार ने टैगोर की 150वीं जयंती पर चांदी का सिक्का जारी किया था, उसे भी रखा गया है। संग्रहालय (आर्काइव) की स्थापना में विश्वभारती के पूर्व अध्यक्ष नीलांजन बंदोपाध्याय का विशेष योगदान रहा। फिलहाल कोरोना की वजह से संग्रहालय बंद है।

डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने भवन का शिलान्यास किया था

टैगोर सोसाइटी के महासचिव आशीष चौधरी बताते हैं कि कविगुरु यहां कभी नहीं आए, लेकिन उनके भतीजे सौंमेंद्रनाथ ठाकुर (टैगोर) 1960 में जमशेदपुर आए थे। तब उनसे बंगाली समाज के कई लोग मिले थे। सौमेंद्रनाथ ने उनसे कहा था कि यहां कविगुरु की स्मृति में एक संस्था का गठन होना चाहिए। उन्हीं की प्रेरणा से तत्काल टैगोर सोसाइटी का गठन हुआ। एक वर्ष बाद 1961 में टाटा स्टील के तत्कालीन महाप्रबंधक सर जहांगीर घांदी ने साकची में जमीन आवंटित कर दी। उसी वर्ष तत्कालीन उपराष्ट्रपति डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने भवन का शिलान्यास किया। 1967 में भवन बनकर तैयार हुआ, लेकिन रवींद्र भवन 1982 में बना। इसका उद्घाटन टाटा संस के पूर्व निदेशक जेआरडी टाटा ने किया था। परिसर में टैगोर की आदमकद कांस्य प्रतिमा (11 फुट दो इंच) भी स्थापित है, जिसका अनावरण 2018 में टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन ने किया था।

रवींद्र संगीत पर वर्ष भर होते कार्यक्रम

टैगोर सोसाइटी की ओर से रवींद्र संगीत पर वर्ष भर कार्यक्रम होते रहते हैं, जिसमें अब तक देश-विदेश के कई मशहूर कलाकार कार्यक्रम दे चुके हैं। टैगोर सोसाइटी में रवींद्र संगीत व नृत्य के अलावा चित्रकला पर कक्षाएं भी चलती हैं। सोसाइटी की ओर से प्रतिवर्ष पुस्तक मेला भी लगाया जाता है, लेकिन कोरोना की वजह से स्थगित है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.