Jamshedpur: मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के संचालक की मौत पर उठ रहे सवाल, जेल में था बंद
न्यायिक हिरासत में विचाराधीन बंदी की मौत को लेकर उसके स्वजन और सिख समाज के लोगों में काफी आक्रोश है। मौत के लिए जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। शैलेंद्र सिंह ने बताया कि मृतक के पैरों पर छाले पड़ने के निशान हैं।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। टेल्को खडंगाझार के शमशेर टावर स्थित मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के संचालक हरपाल सिंह की शुक्रवार मध्यरात एमजीएम अस्पताल में मौत हो गई थी। देर रात घाघीडीह सेंट्रल जेल में अचानक तबीयत बिगड़ने के कारण उसे अस्पताल में दाखिल कराया गया था। जेल अधीक्षक नरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया हरपाल सिंह थापर की शुक्रवार शाम को तबीयत खराब हो गई थी। सांस लेने में परेशानी हो रही थी।
आक्सीजन लेबल भी कम हो गया था। जेल अस्पताल में उसका इलाज किया गया। सुधार नहीं जेल अस्पताल के चिकित्सक की अनुशंसा पर एमजीएम अस्पताल भेजा गया था। कोई लापरवाही नहीं बरती गई। फिलहाल न्यायिक हिरासत में विचाराधीन बंदी की मौत को लेकर उसके स्वजन और सिख समाज के लोगों में काफी आक्रोश है। मौत के लिए जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। झारखंड गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह ने बताया कि मृतक के पैरों पर छाले पड़ने के निशान हैं। चेहरा काला हो गया है। पैर में जगह-जगह दाग हैं। पैर में छेद जैसे घाव के निशान है जो मौत पर सवाल खड़ा करता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद सिख समाज आगे की कार्रवाई की रणनीति तैयार करेगा। बताया कि हरपाल सिंह थापर पर जो गंभीर आरोप लगाए गए थे उसको लेकर काफी तनाव में थे जो मृत्यु का कारण बना। मृतक के भाई और स्वजनों से सिख समाज के प्रतिनिधियों ने बातचीत की।
पत्नी को अंतिम संस्कार के लिए जमानत
इधर, पति की मौत पर पत्नी पुष्पा रानी तिर्की को अदालत ने अंतिम संस्कार के लिए टाइम बेल प्रदान किया है। मानवाधिकार आयोग के नियमानुसार हरपाल सिंह थापर के शव का पोस्टमार्टम जिला प्रशासन के मजिस्ट्रेट चंद्रशेखर प्रसाद की मौजूदगी में वीडियोग्राफी के साथ मेडिकल बोर्ड की टीम ने एमजीएम पोस्टमार्टम हाउस में किया गया। इसके बाद शव का अंतिम संस्कार रविवार को सुवर्णरेखा बर्निग घाट पर कर दिया गया।
ये है पूरा मामला
ट्रस्ट के संचालक और उसकी पत्नी पुष्पा तिर्की समेत पांच के खिलाफ टेल्को थाना में ट्रस्ट की दो नाबालिग बच्ची की शिकायत पर यौन उत्पीड़न, मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किए जाने और पोक्सो एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। पूर्वी सिंहभूम जिला पुलिस प्रशासन की टीम ट्रस्ट की गतिविधियों की जांच कर रही थी। ट्रस्ट का बैंक खाता बंद कर दिया गया था। हरपाल सिंह थापर, उसकी पत्नी पुष्पा तिर्की, गीता सिंह और अमित सिंह को टेल्को थाना की पुलिस ने मध्य्प्रदेश के सिंगरौली के माडा से 16 जून को गिरफ्तार किया था। गंभीर आरोप सभी पर लगे थे। इस मामले में हरपाल सिंह थापर की जमानत अर्जी जमशेदपुर न्यायालय ने खारिज कर दी थी। जमानत को झारखंड उच्च न्यायालय में अर्जी दाखिल की थी। इस बीच न्यायिक हिरासत में उसकी मौत हो गई। टेल्को के शमशेर टावर में अनाथ बच्चों के लिए मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट संचालित करता था। ट्रस्ट से दो विगत छह जून को बागबेड़ा और आदित्यपुर की दो नाबालिग भाग गई थी। किसी तरह पुलिस ने दोनों को बिरसानगर से बरामद किया था। दोनों ने पुलिस को पूछताछ में ट्रस्ट संचालक और उसकी पत्नी समेत अन्य गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था यौन उत्पीड़न और प्रताड़ना के कारण दोनों भाग गई थी। इसके बाद ट्रस्ट की सभी बच्चों को प्रशासन ने पटमदा गोबरघुसी बाल आश्रम में शिफ्ट कर दिया गया था। पुष्पा रानी तिर्की को सीडब्लूसी के चेयरमैन पद से हटा दिया गया था।