अगर हम किन्नर हैं तो इसमें हमारी क्या गलती..
शुक्रवार को धतकीडीह सामुदायिक भवन में पहचान दिवस का आयोजन किया
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : शुक्रवार को धतकीडीह सामुदायिक भवन में पहचान दिवस का आयोजन किया गया। इसमें किन्नरों ने अपने मन की बात खुलकर मंच से साझा की। कार्यक्रम में बैंक अधिकारी, जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।
अर्बन सर्विसेस (टाटा स्टील) व स्वयं सहायता समूह बसेरा के साथ जिला प्रशासन की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में सपना किन्नर ने कहा-'किन्नरों को अपना कहने वाला कोई नहीं है। समाज किन्नरों को स्वीकार नहीं कर रहा। बैंक उन्हें ऋण नहीं देना चाहते। किराए का मकान नहीं मिलता। अगर हम किन्नर हैं तो इसमें हमारा क्या कसूर? हमें भी तो भगवान ने ही बनाया है।' इस दौरान सपना किन्नर ने कहा कि लौहनगरी के किन्नर सरकारी योजनाओं से वंचित हैं। उनका राशन कार्ड, आधार कार्ड, पेन काड भी नहीं बनता है। वे यहां खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं। उन्हें भी इस समाज में जीने का अधिकार है। फिर समाज के लोग उन्हें दूसरी निगाह से क्यों देखता है।
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सरकारी योजनाओं की दी गई जानकारी : पहचान दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रंजना मिश्रा कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य ही किन्नरों को सरकारी योजनाओं से अवगत कराना है। जिन किन्नरों को बैक एकाउंट, आधार कार्ड नहीं बने हैं और बनने में किसी तरह की अड़चन आ रही है तो उसके समाधान के लिए अधिवक्ता को भी कार्यक्रम में बुलाया गया है। ताकि आसानी से किन्नरों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके।
50 किन्नरों ने कार्यक्रम में लिया हिस्सा :
कार्यक्रम में 50 किन्नरों ने भाग लिया। सभी किन्नरों का बैंक खाता खुलवाया गया। 25 किन्नरों का आधार के लिये निबंधन करवाया गया जबकि 10 किन्नरों का आधार में गलत नाम को दुरुस्त कराया गया। कार्यक्रम में उपस्थित 50 किन्नरों के प्रधानमंत्री आवास योजना के लिये निबंधन किया गया। इस मौके पर तीन बैंक एसबीआई, केनरा और बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी उपस्थित थे।
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दूसरे राज्यों की तरह झारखंड में भी किन्नरों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए। ताकि हम भी खुद का रोजगार वे शुरू कर सके।
- कैटरिना किन्नर
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मोबाइल का सिम हमारे नाम से नहीं मिलता है, किराया का मकान भी नहीं मिलता है। सरकारी योजनाओं तक से किन्नरों को वंचित किया जा रहा है।
- सोनिया किन्नर
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समाज में हमें दूसरों की तरह हक मिलना चाहिए। वोटर कार्ड, राशन कार्ड व बैंकों से ऋण भी मिलने की व्यवस्था होनी चाहिए। ताकि हम अपना रोजगार शुरू कर सकें।
- शिवानी किन्नर
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सीनियर सिटीजन व वृद्धा पेंशन की स्कीम का लाभ भी किन्नरों को मिलना चाहिए। जिला प्रशासन ने किन्नरों के बारे सोचना शुरू किया है यह अच्छी बात है।
- मुस्कान किन्नर