इंटर की फीस माफी को ले प्राचार्य को एक घंटे कक्ष में किया बंद
घाटशिला कालेज में छात्रों की मांगों के समर्थन में एआइडीएसओ ने कालेज परिसर में जोरदार हंगामा करते हुए प्राचार्य डा. पीके गुप्ता को उन्हीं के कक्ष में बंद कर दिया। प्राचार्य करीब एक घंटे तक कमरे में बंद रहे। इसके बाद कक्ष के बाहर नारेबाजी शुरू कर दी। विद्यार्थियों के प्रदर्शन की सूचना जब पुलिस को हुई तो घाटशिला थाना प्रभारी राजीव रंजन ने कालेज पहुंचे और प्रिसिपल कक्ष को खुलवाया..
संस, घाटशिला : घाटशिला कालेज में छात्रों की मांगों के समर्थन में एआइडीएसओ ने कालेज परिसर में जोरदार हंगामा करते हुए प्राचार्य डा. पीके गुप्ता को उन्हीं के कक्ष में बंद कर दिया। प्राचार्य करीब एक घंटे तक कमरे में बंद रहे। इसके बाद कक्ष के बाहर नारेबाजी शुरू कर दी। विद्यार्थियों के प्रदर्शन की सूचना जब पुलिस को हुई तो घाटशिला थाना प्रभारी राजीव रंजन ने कालेज पहुंचे और प्रिसिपल कक्ष को खुलवाया।
दरअसल घाटशिला कालेज में आल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स आर्गनाइजेशन (एआइडीएसओ) इंटर के फॉर्म भरने के शुल्क माफ करने की मांग पिछले कई दिनों की जा रही है। जब फीस माफ नहीं की गई तो एआईडीएसओ के छात्र नेता सुबोध कुमार महाली के नेतृत्व में सोमवार को इंटर के विद्यार्थियों ने प्रिसिपल कक्ष के बाहर अपनी मांगों को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। इस मामले पर विद्यार्थियों की प्रिसिपल के साथ कई दौर की वार्ता हुई। फीस माफ करने के मुद्दे पर प्रिसिपल ने असमर्थता जाहिर की। विद्यार्थी कुछ शुल्क माफ करने के पर अड़े रहे। इस मामले पर कालेज की वित्तीय कमेटी की भी बैठक हुई। जब बात नहीं बनी तो आक्रोशित विद्यार्थियों ने प्रिसिपल कक्ष को बाहर से बंद कर दिया। कालेज गेट पर ताला जड़ दिया। थाना प्रभारी राजीव कुमार रंजन ने आक्रोशित विद्यार्थियों से बात कर उन्हें समझाया। इसके बाद गेट का ताला खुलवाया। थाना प्रभारी की उपस्थिति में प्रिसिपल कक्ष में वार्ता हुई। प्रिसिपल ने फीस माफ करने के पर असमर्थता जाहिर की। इस पर विद्यार्थियों फिर हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस ने हंगामा कर रहे विद्यार्थियों को कक्ष से बाहर कर दिया। इसके बाद प्रिसिपल कक्ष से नीचे उतर सके। हालांकि विद्यार्थियों के प्रिसिपल को कक्ष के अंदर बंद कर प्रदर्शन करने पर कर्मचारियों व शिक्षकों ने नाराजगी जाहिर की। शिक्षकों ने कहा कि विद्यार्थियों का गुरु के प्रति यह व्यवहार उचित नहीं है। प्रिसिपल की कार के आगे बैठ विद्यार्थियों ने की नारेबाजी : हंगामा कर रहे विद्यार्थियों ने प्रिसिपल की कार के बोनट पर बैठकर प्रदर्शन किया। विद्यार्थी अपनी मांग पर अड़े थे कि जैक के शुल्क को छोड़ कर कालेज द्वारा तय शुल्क में कुछ फीस माफ की जाए। विद्यार्थियों के हंगामे को देखते हुए काफी संख्या में पुलिस बल के जवान कालेज में मुस्तैद रहे कालेज प्रबंधन ने निकाला नोटिस : विद्यार्थियों के प्रदर्शन व मांग के बाद कालेज की वित्तीय कमेटी ने इस मुद्दे पर चर्चा की और निर्णय लेते हुए नोटिस के माध्यम से जानकारी दी कि एससी, एसटी एवं ओबीसी संवर्ग के विद्यार्थियों की फीस छात्रवृत्ति के रूप में सरकार चुकाती है। इसके बावजूद अगर इनके विद्यार्थियों को कोई आर्थिक परेशानी हो तो अभी आंशिक भुगतान कर परीक्षा फॉर्म भर सकते हैं। शेष राशि परीक्षाफल प्रकाशन के बाद प्रमाण पत्र लेते समय जमा कर सकते है। सामान्य वर्ग के विद्यार्थी जिन्हें छात्रवृत्ति नहीं मिलती है और आर्थिक रूप से कमजोर है वे फीस माफ करने को लेकर प्रोफेसर एम प्रामाणिक के पास आवेदन जमा कर सकते है। एक समिति उस पर यथाशीघ्र एवं सहानुभूतिपूर्वक निर्णय लेगी।