भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा को लेकर तैयारी शुरु, पिछले 200 सालों से निकल रही है यात्रा
महाप्रभु भगवान जगन्नाथ के रथ की सजावट मजबूत लकड़ी से प्रत्येक वर्ष किया जाता है। साथ ही लोहा के बने फ्रेम व चक्के की मरम्मत के बाद प्राइमर किया जाता है। लकड़ी के काम के साथ विभिन्न कलर की पेंटिंग किया जा रहा है।
चाईबासा, जासं। पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय के चाईबासा शहर में महाप्रभु भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के लिए सदर बाजार स्थित श्रीश्री जगन्नाथ मंदिर में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। साथ ही चाईबासा के पोस्ट आफिस स्थित दुर्गा मंदिर (मौसीबाड़ी) में भगवान के रथ को रंग-रोगन व मरम्मत का काम तेजी से चल रहा है। रथ की सजावट की जा रही है। भगवान जगन्नाथ रथ पर सवार होकर 1 जुलाई को भक्तों को दर्शन देंगे और नगर भ्रमण करेंगे। महाप्रभु भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा इस साल एक जुलाई को निकलेगी। रथ पर भगवान जगन्नाथ, बड़े भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा के साथ सवार होकर सदर बाजार जगन्नाथ मंदिर से दुर्गा मंदिर मौसीबाड़ी जाएंगे। पहली जुलाई आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को रथयात्रा सदर बाजार स्थित जगन्नाथ मंदिर से दोपहर 2.30 बजे निकलेगी। इससे पूर्व दोपहर 12 बजे महाआरती और भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण होगा। दोपहर को नवग्रह पूजा-अर्चना व हवन होगा। दोपहर बाद मौसी के घर जाने के लिए रथयात्रा शुरू होगी। कोरोना महामारी के कारण दो साल से चाईबासा में रथ यात्रा नगर भ्रमण के लिए नहीं निकली थी। इस बार पूरे उत्साह के साथ भक्त रथ यात्रा निकालेंगे।
थाना प्रभारी ने पुजारियों से रथ यात्रा की तैयारी की ली जानकारी
कोरोना महामारी के चलते पिछले दो वर्ष से महाप्रभु जगन्नाथ की रथ यात्रा चाईबासा शहर में नहीं निकली थी, इसको लेकर इंस्पेक्टर सह सदर थाना प्रभारी निरंजन तिवारी दोनों पुजारियों को बुलाकर रथ यात्रा तैयारी के संबंध में जानकारी ली। दोनों पुजारी सुनील मिश्र व संजय मिश्र ने निरंजन तिवारी को बताया कि चाईबासा में 200 वर्ष से अधिक समय से महाप्रभु जगन्नाथ की रथ यात्रा निकल रही है। रथ यात्रा का रूट भी पहले से तय है जिससे प्रत्येक वर्ष भक्तों की ओर से निकाली जाती है। इस दौरान जगह-जगह भक्त महाप्रभु के दर्शन करते हैं और प्रसाद चढ़ाते है। साथ ही महाप्रभु के रथ को खींचकर आशीर्वाद लेते हैं।
चाईबासा में 200 वर्ष पूर्व से निकल रही महाप्रभु जगन्नाथ की रथ यात्रा
चाईबासा सदर बाजार स्थित महाप्रभु भगवान जगन्नाथ मंदिर के लगभग 200 वर्ष पूर्व से रथ यात्रा निकाली जा रही है। इसकी स्थापना छह पुस्त पहले देवनाथ मिश्र ने की थी। तभी से चाईबासा शहर में रथ यात्रा निकल रही है। महाप्रभु भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा सदर बाजार स्थित श्रीश्री जगन्नाथ मंदिर से निकलकर जैन मार्केट चौक, अमलाटोला भ्रमण करते हुए सदर थाना, पोस्ट आफिस चौक, बड़ा नीमडीह व स्काट स्कूल होकर मौसीबाड़ी दुर्गा मंदिर पहुंचेगी। यहां पर 9 दिन रुकने के बाद भगवान पुन: वापस 9 जुलाई को 2.30 बजे धुरती रथ पर सवार होकर अपने घर जगन्नाथ मंदिर पहुंचेंगे।फोटो
सुनील मिश्र, मुख्य पुजारी जगन्नाथ मंदिर, चाईबासा
रथ की मरम्मत के साथ शुरू हो गया रंग-रोगन का काम
महाप्रभु भगवान जगन्नाथ के रथ की सजावट मजबूत लकड़ी से प्रत्येक वर्ष किया जाता है। साथ ही लोहा के बने फ्रेम व चक्के की मरम्मत के बाद प्राइमर किया जाता है। लकड़ी के काम के साथ विभिन्न कलर की पेंटिंग किया जा रहा है। रथ की मरम्मत के साथ रंग-रोगन का काम शुरू हो गया है। बताया कि 30 जून को संध्या 7 बजे भव्य आरती सदर बाजार स्थित महाप्रभु जगन्नाथ मंदिर में किया जाएगा। महाआरती के बाद भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण होगा। 1 जुलाई को रथ यात्रा निकलेगी। भगवान जगन्नाथ मौसीबाड़ी दुर्गा मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगे।
संजय मिश्र, पुजारी जगन्नाथ मंदिर, चाईबासा।