Jharkhand Assembly Election 2019 :मछली की एक आंख पर 20 तीर, तीन चक्का तो पूरे शहर में चलेगा Chunavi chakkram
Jharkhand Assembly Election 2019. अब एक ही उपाय है कि मछली को मगरमच्छ का रूप लेना होगा तभी उसकी जान बच सकती है। मगरमच्छ ही तीर की बौछारों का मुकाबला कर सकता है।
जमशेदपुर, वीरेंद्र ओझा। Jharkhand Assembly Election 2019 विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है, तो मैदान में सभी लड़ाके हथियार लेकर कल से ही मैदान में उतर गए हैं। यहां करीब 20 लड़ाके मैदान में हैं। सभी के हाथ में तीर है जो मछली की आंख पर निशाना लगा रहे हैं।
हालांकि मौका इनमें से तीन-चार को ही मिलेगा, ऐसी संभावना दिखती है। इनमें आठ अपने दम पर मैदान में निकले हैं, जबकि आठ के आका दूर से ही इन्हें तीर भेजकर अपने हाल पर छोड़ दिया है। इनमें से एक अपने दम पर खड़े हुए हैं, उनकी पीठ पर हाथ रखने वाले अब तक आधा दर्जन ब्रांड आ चुके हैं। छोटे ही सही, लेकिन इनका वजूद किसी को डराने के लिए काफी है। सवाल उठता है कि बाकी के डेढ़ दर्जन तीरंदाजों का क्या होगा। क्या उनकी तीर आस्तीन में ही रह जाएगी, यह बड़ा सवाल है।
अब एक ही उपाय है कि मछली को मगरमच्छ का रूप लेना होगा, तभी उसकी जान बच सकती है। मगरमच्छ ही तीर की बौछारों का मुकाबला कर सकता है। तब तक के लिए एक लड़ाके ने प्रवेशद्वार के बाहर मिसाइल रख लिया है, जिसे देख-देखकर लोग रोमांचित हो रहे हैं। चुनाव के दिन यह मिसाइल बालाकोट की तरह बम बरसा दिया, तभी दुश्मन धराशायी हो सकते हैं। एक दूसरा लड़ाका भी मिसाइल का इंतजाम कर रहा है, जो ऐन वक्त पर रात में बमबार्डिंग करके निकल जाएगा। सुबह उठने पर पता चलेगा कि धरती से उसके निशान ही गायब हो गए। वैसे यह सब कयास की बात हैं, इसलिए सीरियसली मत लीजिएगा।
तीन चक्का तो पूरे शहर में चलेगा
चुनाव के दिन कितनी भी आचारसंहिता लग जाए, तीन चक्का तो चलेगा ही। इस बार पूरब और पश्चिम में भी तीन चक्का चलेगा। अब किसके लिए चलेगा, यह मत पूछिए। उसका काम तो चलना ही है, अब यह मत पूछिए कि पूरब में इसकी सवारी कौन करेगा और पश्चिम में कौन इस पर चढ़ेगा। अंदरखाने की खबर है कि पूरब में तीन चक्का के मालिक ने कह दिया है कि तुम जिसे चाहो बैठाओ-घुमाओ। पैसा मत मांगना। दे दे तो चुपचाप रख लेना, ना दे तो मांगना भी मत। सोच लो पूरब का तीन चक्का पश्चिम भी आता है।