Drugs Smuggling : डॉली का नेटवर्क ध्वस्त करने को जुटी पुलिस Jamshedpur News
ब्राउन शुगर की माफिया डॉली परवीन को जेल भेजने के बाद पुलिस ने उसके नशे के साम्राज्य को ध्वस्त करने के लिए कमर कस ली है।
आदित्यपुर (संवाद सूत्र)। ब्राउन शुगर की माफिया डॉली परवीन को जेल भेजने के बाद पुलिस ने उसके नशे के साम्राज्य को ध्वस्त करने के लिए कमर कस ली है। इसी क्रम में मंगलवार को मुस्लिम बस्ती सहित अन्य इलाकों में पुलिस ने सुबह से शाम तक जांच अभियान चलाया। इस क्रम में बस्ती में जाने वाले करीब एक दर्जन से ज्यादा बाइक सवार युवकों से पूछताछ की गई। साथ ही यह भी जांच की गई कि कहीं वो ब्राउन शुगर का नशा तो नहीं किए हैं। बस्ती में पुलिस पर नजर पड़ते ही कई युवक भाग निकले।
गौरतलब है कि आदित्यपुर पुलिस ने रविवार को नशा तस्करी का मुख्य आरोपित डॉली परवीन को गिरफ्तार किया था। उसके बाद आदित्यपुर क्षेत्र में पुलिस का पहरा बढ़ा दिया गया है। मंगलवार को इस अभियान के लिए करीब एक दर्जन पुलिस कर्मी व पुलिस पदाधिकारी में लगे रहे। इस दौरान आरक्षी अधीक्षक मोहम्मद अर्शी पुलिसकर्मियों को बराबर निर्देश देते रहे साथ ही आदित्यपुर मुस्लिम बस्ती, आदित्यपुर बस्ती, अलकतरा ड्राम बस्ती के अलावा मुख्य मार्ग पर भी पुलिस ने जांच अभियान का जायजा भी लिया।
नशे का नेटवर्क तोडऩा पुलिस की प्राथमिकता : सुषमा
थाना प्रभारी सुषमा कुमारी ने कहा कि हर हाल में ब्राउन शुगर कारोबार के नेटवर्क को ध्वस्त किया जाएगा। इसे लेकर पुलिस की निगाह ऐसे सारी जगहों पर है जहां से इसकी बिक्री होती थी। डॉली के बाद इस धंधा को समाप्त करना पुलिस की प्राथमिकता है। अब उनके बाद जो भी इस कारोबार को आगे बढ़ाने का प्रयास करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
ब्राउन शुगर नेर्टवक को तोडऩा पुलिस के लिए चुनौती
ब्राउन शुगर नेर्टवक को तोडऩा पुलिस के लिए चुनौती साबित हो सकता है। हालांकि वर्तमान में आरक्षी अधीक्षक मोहम्मद अर्शी के तेवर से लगता है कि जल्द ही इस नशे के साम्राज्य से क्षेत्र को मुक्ति मिल जाएगी। ब्राउन शुगर माफिया डॉली परवीन ने पिछले दो साल में मजबूत नेटवर्क तैयार किया था।
इसमें अलकतरा ड्राम बस्ती, आदित्यपुर मुस्लिम बस्ती, हरिओनगर स्थित इंदिरा कॉलोनी के अलावा आरआइटी थाना क्षेत्र में रायडीह बस्ती के क्षेत्र के युवा शामिल थे। इसमें बस्ती की काफी संख्या में महिलाओं से लेकर बच्चों तक को इस कारोबार में जोड़ दिया गया था। इसको समाप्त करने के लिए पुलिस को कड़ी मेहनत करने के साथ ही सख्ती भी करनी होगी।