पटमदा पहाड़ी पर जवानों ने नक्सली आकाश दस्ते को घेरा
वरीय पुलिस अधीक्षक अनूप बिरथरे ने बताया कि जवानों ने एक बार फिर आकाश और उसके दस्ते के अन्य नक्सलियों को जिंदा या मुर्दा पकड़ने के लिए बड़े ऑपरेशन की शुरुआत कर दी है।
मनोज सिंह, जमशेदपुर। पूर्वी सिंहभूम और पश्चिम बंगाल की सीमा स्थित बूढ़ा-बूढ़ी की पहाड़ियों में छिपे एक करोड़ के इनामी नक्सली आकाश व उसके दस्ते को झारखंड व पश्चिम बंगाल के जवानों ने घेर लिया है। पूर्वी सिंहभूम जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अनूप बिरथरे ने बताया कि जवानों ने एक बार फिर आकाश और उसके दस्ते के अन्य नक्सलियों को जिंदा या मुर्दा पकड़ने के लिए बड़े ऑपरेशन की शुरुआत कर दी है। नक्सलियों को पकड़ने के लिए पश्चिम बंगाल पुलिस की भी मदद ली जा रही है।
पूर्वी सिंहभूम जिले से नक्सलियों के खात्मे के लिए जवान हर तरह से तैयार हैं। उन्होंने बताया कि सूचना मिली है कि नक्सली आकाश और उसका दस्ता बूढ़ा-बूढ़ी पहाड़ियों में छुपा है। इसी के बाद ही एमजीएम, पटमदा, बोड़ाम और घाटशिला थाना क्षेत्रों के रास्ते अत्याधुनिक हथियारों से लैस जवानों को जंगल में उतारा गया है। इसमें कोबरा बटालियन, सैप, जैप, सीआरपीएफ के अलावा जिला पुलिस के जवान भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू करने से पहले मंगलवार को उच्च स्तरीय बैठककर रणनीति बनाई गई। इसमें कई अहम निर्णय लिए गए। वरीय पुलिस अधीक्षक ने बताया कि केंद्र सरकार ने देश के 20 जिलों को नक्सलमुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है। इसमें पूर्वी सिंहभूम भी शामिल है। केंद्र की विशेष रणनीति के तहत ही जिला पुलिस पूर्वी सिंहभूम को नक्सलमुक्त बनाने की रणनीति पर काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि इस साल के अंत तक पूर्वी सिंहभूम नक्सलमुक्त हो जाने की संभावना है। वरीय पुलिस अधीक्षक के अनुसार, गुरिल्ला वार में दक्ष नक्सलियों के लिए कोबरा (कमाडो बटालियन फॉर रिसॉल्यूट एक्शन) बटालियन को उतारा गया है। यह नक्सलियों के हर वार को ध्वस्त करने में सक्षम है। इसके अलावा सैप (स्टेट आर्म्ड पुलिस) बटालियन, जिसमें सेना के रिटायर्ड जवान शामिल हैं, को भी उतारा गया है। नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान इनके अनुभवों का लाभ जवानों को मिलेगा। मंगलवार को नक्सलियों के खिलाफ अभियान शुरू करने से पूर्व रणनीति बनाई गई।
इसमें पूर्वी सिंहभूम के वरीय पुलिस अधीक्षक अनूप बिरथरे, सैप (स्टेट आर्मड पुलिस) के कमाडेंट जेके सिंह, सीआरपीएफ (सेंट्रल रिजर्व फोर्स ऑफ इंडिया) के असिस्टेंड कमाडेंट, डिप्टी कमाडेंट, कोबरा (कमाडो बटालियन फॉर रिसॉल्यूट एक्शन) 209 के अधिकारी, जैप (झारखंड आर्मड फोर्स) के अलावा जमशेदपुर के ग्रामीण एसपी अनूरंजर किस्पोट्टा, एएसपी अभियान प्रणवानंद के अलावा वरीय पुलिस अधिकारी शामिल थे।