नक्सल प्रभावित क्षेत्र में संयुक्त अभियान चलायेगी तीन राज्यों की पुलिस, इस तरह होगा खात्मा Jamshedpur News
झारखंड पश्चिम बंगाल और ओडि़शा की सीमावर्ती पुलिस की बैठक में आसन्न विधानसभा चुनाव में आपसी तालमेल कर नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन की रणनीति बनी।
जमशेदपुर, जासं। पूर्वी सिंहभूम जिले से सटे पश्चिम बंगाल और ओडिशा के सीमावर्ती नक्सल इलाकों में तीनों राज्य की पुलिस अधिक सक्रिय व सतर्क रहेगी। साथ ही पूर्वी सिंहभूम जिले के बंगाल सीमा पर सक्रिय नक्सली असीम मंडल उर्फ आकाश दस्ते को घेरने के हर संभव उपाय किए जाएंगे। इसके लिए संयुक्त अभियान भी चलेगा ताकि नक्सली आत्मसमर्पण को बाध्य हो जाएं।
पूर्वी सिंहभूम के एसएसपी अनूप बिरथरे की अध्यक्षता में झारखंड, पश्चिम बंगाल व ओडिशा के सीमावर्ती नक्सल प्रभावित जिलों की पुलिस की संयुक्त बैठक हुई। इसमें आसन्न चुनाव को देखते हुए विधि-व्यवस्था बनाए रखने को आपसी तालमेल बनाए रखने पर जोर दिया गया। झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिला, पश्चिम बंगाल के मिदनापुर, बेलपहाड़ी, झाडग़्राम, पुरुलिया और ओडि़शा के सीमावर्ती मयूरभंज इलाके में सक्रिय नक्सलियों को नेस्तानबूद किए जाने की रणनीति पर सहमति बनी। बंगाल और ओडि़शा सीमा पर 16 चेकनाका स्थापित करने का निर्णय लिया गया बैठक में पूर्वी सिंहभूम जिले के एसएसपी, ग्रामीण एसपी पीयूष पांडेय, सीआरपीएफ के कमांडेट, पश्चिम बंगाल के मिदनापुर और पुरुलिया और ओडि़शा के मयूरभंज के पुलिस अधिकारी शामिल हुए। बैठक में तीनों राज्यों की सीमा क्षेत्र के 80 बूथ के लिए पड़ोसी राज्यों से सहयोग मांगा गया है।
इन बिंदुओं पर बनी सहमति
- झारखंड, बंगाल और ओडि़शा के सीमावर्ती इलाके में में नक्सलियों के खिलाफ अभियान को लेकर आपसी समन्वय हो।
- नक्सली मामलों में कैसे इंटेलिजेंस शेयर हो उसकी कार्ययोजना तैयार की गई।
- नक्सलियों के खिलाफ समय-समय पर किस तरह से अभियान चलाई जाए इसकी रुपरेखा तैयार की गई।
- सरकार की सरेंडर पॉलिसी की जानकारी दी जाय।
- नक्सलियों के शहरी कनेक्शन का पता लगाया जाय जो इन्हें मदद पहुंचाते है।
- चिंहित वैसे नक्सली नेता जिन पर इनाम घोषित है उनकी गतिविधियों की जानकारी रखी जाय।
- नक्सल मुक्त कराए इलाकों पर विशेष नजर रखते हुए, दस्ते में नए सदस्यों के शामिल होने की सूचना मिलने पर उसे चिंहित किया जाय।
- नक्सलियों के खिलाफ अभियान को लेकर सूचनातंत्र को सशक्त करने पर जोर।
- अंतार्राज्यीय सीमाओं पर नक्सली गतिविधि पर नजर रखने।
- साइबर क्राइम, अंतार्राज्यीय आपराधिक गिरोह, मादक द्रव्य तस्कर और अपराधियों की सूची आदान-प्रदान करे।